बिचौलिया ही खरीदते रहे सरकारी सेंटरों पर गेहूं
जागरण संवाददाता बदायूं सरकारी गेहूं खरीद का समय मंगलवार को समाप्त हो गया। प्रशासन का दावा है कि 73 फीसद लक्ष्य हासिल कर लिया है। कोरोना काल में किसानों को लाभ पहुंचाने के दावे तो किए जा रहे थे लेकिन धरातल पर गेहूं खरीद में बिचौलिया हावी रहे।
जागरण संवाददाता, बदायूं : सरकारी गेहूं खरीद का समय मंगलवार को समाप्त हो गया। प्रशासन का दावा है कि 73 फीसद लक्ष्य हासिल कर लिया है। कोरोना काल में किसानों को लाभ पहुंचाने के दावे तो किए जा रहे थे, लेकिन धरातल पर गेहूं खरीद में बिचौलिया हावी रहे।
गेहूं खरीद एक अप्रैल से शुरू हुई। किसान गेहूं लेकर सेंटर पर पहुंच रहा था तो उसे नियम और कायदे समझाए जा रहे थे। हकीकत में बिचौलिया का गेहूं रात में ही उतरवा लिया जा रहा था। दिनभर उसकी तौल दिखाकर आंकड़ेबाजी का खेल खेला जा रहा था। अफसर निरीक्षण की औपचारिकता निभाते रहे। कोरोना का बहाना बनाकर बिचौलिए ही गेहूं खरीद का लक्ष्य पूरा कराने में अहम भूमिका निभाते रहे। कोरोना संक्रमण के चलते क्रय केंद्रों पर ध्यान नहीं दिया जा सका। इसका फायदा बिचौलियों ने उठाया। बिल्सी मंडी परिषद हो या उझानी की मंडी यहां खुले गेहूं क्रय केंद्रों पर दिनभर तौल तो होती थी, लेकिन किसान नहीं दिखते थे। म्याऊं और दातागंज क्षेत्र में भी हालात कुछ इसी तरह के दिखाई दिए। जनपद में गेहूं क्रय लक्ष्य 1220000 क्विटल था, जिसके सापेक्ष 14903 किसानों से 889973.30 क्विटल गेहूं की खरीद गई है। जो क्रय लक्ष्य का 72.95 प्रतिशत है।
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कोरोना के चलते कम पहुंचे किसान
संस, दातागंज : गेहूं खरीद के अंतिम दिन मंडी समिति में लगे डीसीडीएफ, साधन सहकारी समिति दोनों गेहूं क्रय केंद्र पर सन्नाटा पसरा रहा। कोरोना के चलते किसान कम पहुंचे। डीसीडीएफ के क्रय केंद्र पर इस वर्ष 11800 क्विटल गेहूं की खरीद हुई जबकि साधन सहकारी समिति के गेहूं क्रय केंद्र पर 12324 क्विटल गेहूं खरीदा गया। क्षेत्रीय विधायक राजीव कुमार सिंह के प्रयास से दो क्रय केंद्र मंडी समिति में लगाए गए। विधायक ने डीएम कुमार प्रशांत के साथ मंडी समिति का क्रय केंद्र का निरीक्षण भी किया था। वर्जन ::
जिले में 73 प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त किया गया है। किसानों का करीब आठ करोड़ रुपये का भुगतान होना बाकी है। एक सप्ताह में सभी का भुगतान किया जाएगा।
- प्रकाश नारायण, जिला खाद्य विपणन अधिकारी