नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी, दो चचेरे पकड़े
नौकरी के नाम पर ठगी करने के आरोप में दो युवकों को पकड़ा है।
बिल्सी : अब नगर पालिका परिषद के जरिए डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन के लिए सुपरवाइजर पद पर नौकरी दिलाने का झांसा देकर लाखों की ठगी का मामला सामने आया है। कासगंज के सोरों के दो चचेरे भाई पकड़े गए हैं। पालिका कर्मी उन्हें पकड़कर चेयरमैन के पास ले गए। चेयरमैन ने दोनों पुलिस को सौंप दिए। पुलिस देर रात तक आरोपितों से पूछताछ कर रही थी।
हाल ही में जहां सचिव और लिपिक की नौकरी दिलाने के नाम पर करीब बदायूं के 13 लोगों से 65.50 लाख रुपये की ठगी खुली। इसमें अभी जांच चल रही है। हालांकि आरोपित जेल जा चुके हैं। वहीं, अब बिल्सी में भी ऐसे ही दो लोग पालिका कर्मियों ने पकड़ लिए हैं। उनका तीसरा साथी वहां से भाग निकला। दोनों को चेयरमैन अनुज वाष्र्णेय के पास ले जाया गया। पूछताछ में बताया कि लखनऊ में बैठा एक व्यक्ति उनका सरगना है। बिसौली और सम्भल में सक्रिय अपने साथियों के नाम भी दोनों ने बताए। बचकर भागने वाला व्यक्ति एक सभासद के यहां जाकर छिप गया। आरोपितों ने बताया कि वह कासगंज के थाना सोरों क्षेत्र के गऊपुरा गांव में रहने वाले हैं और चचेरे भाई हैं। इधर, बदायूं से आए इस गिरोह के शिकार मोहित राठौर पुत्र महेश चंद्र, सोमवीर पटेल पुत्र अहिवरन सिंह और सौरभ पटेल पुत्र चंद्र प्रकाश सिंह ने बताया कि उन तीनों से 60 हजार रुपये ले लिए हैं। हर व्यक्ति से 50-50 हजार की मांग की गई थी। बाकी रकम बाद में दिए जाने की बात भी तय हुई। कहा कि पहले बिल्सी में जगह निकली है। उझानी में निकलेगी तो बाद में बताया जाएगा। इसलिए उन्हें बिल्सी बुलाया गया। चेयरमैन ने बताया कि बिल्सी पुलिस को आरोपित सौंप दिए गए हैं। वर्जप
- कोई तहरीर नहीं मिली है। आरोपितों से पूछताछ की जा रही है। तहरीर मिलने पर साक्ष्य संकलन के बाद उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।
धर्मेद्र गुप्ता, इंस्पेक्टर