सुरक्षा के बीच टीईटी, 608 अभ्यर्थी गैरहाजिर
रविवार को जिले के 16 केंद्रों पर शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) कराई गई।
बदायूं : रविवार को जिले के 16 केंद्रों पर शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) कराई गई। 16 परीक्षा केंद्रों पर हुई पहली पाली की परीक्षा में पंजीकृत 9566 अभ्यर्थियों में 9160 उपस्थित रहे और 406 ने परीक्षा छोड़ दी। सात केंद्रों पर हुई दूसरी पाली में पंजीकृत 4746 अभ्यर्थियों में 4544 उपस्थित रहे और 202 अभ्यर्थी गैरहाजिर रहे। डीएम दिनेश कुमार, एसएसपी अशोक कुमार, पर्यवेक्षक वेदराम, संयुक्त शिक्षा निदेशक प्रदीप कुमार ने परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण किया। केंद्र व्यवस्थापक कक्ष में लगे कैमरे से कक्षों की गतिविधि पर नजर रखी गई। कड़ी सुरक्षा के बीच शाम के समय ट्रेजरी ऑफिस में ओएमआर शीट को जमा कर दिया गया। प्रशासन ने परीक्षा केंद्र पर प्रवेश लेने वाले हर व्यक्ति की वीडियोग्राफी कराई। पूरा रिकार्ड डीआईओएस कार्यालय में जमा हुआ। टीईटी परीक्षा को लेकर प्रशासन पहले ही सतर्क था। प्रधानाचार्यो को पहले ही कैमरे संभलवाने का निर्देश दिया गया था। सुबह दस बजे परीक्षा शुरू होने से पहले परीक्षा केंद्रों के बाहर अभ्यर्थियों की सघन तलाशी ली गई। हाथ में घड़ी तो जेब में मोबाइल चेक किया गया। हर अभ्यर्थी से मोबाइल, कैलक्यूलेटर, घड़ी की जानकारी करने के अलावा प्रवेश पत्र को सही से चेक किया। कक्ष निरीक्षक आपस में बात करने रहे, लेकिन अभ्यर्थियों ने शांतिपूर्वक परीक्षा दी। पहली पाली की परीक्षा समाप्त होने के बाद अभ्यर्थी दूसरी पाली की परीक्षा के लिए अन्य परीक्षा केंद्र के लिए दौड़ते नजर आए। युवा क्रांतिकारी छात्र संगठन के जिला सचिव ने बताया कि जीजीआइसी में परीक्षा देने आए अभ्यर्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। उन्हें कक्ष के बारे में जानकारी नहीं दी गई। परीक्षा के समय ढाई घंटे के लिए पुरूषों ने बच्चों को संभाला।
रुपये गए बेकार, नहीं फंसा प्रश्न पत्र
राजकीय कन्या इंटर कॉलेज में पहली पाली की परीक्षा समाप्त होने के बाद कुछ अभ्यर्थी आपस में प्रश्न पत्र के उत्तर न फंसने की बात करते नजर आए। कहा कि रूपये बेकार हो गए, एक भी विषय का एक भी प्रश्न नहीं आया। पूछने पर उन्होंने कहा कि पेपर के नाम पर कई लोगों ने रूपये दिए थे। रात भर तैयारी की थी।