तीन करोड़ के खाद घोटाले में गोदाम प्रभारी गिरफ्तार
पिछले साल हुए तीन करोड़ के खाद घोटाले में उत्तर प्रदेश कोऑपरेटिव फेडरेशन लिमिटेड (पीसीएफ) के आरोपित गोदाम प्रभारी जगतपाल को पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया।
जागरण संवाददाता, बदायूं : पिछले साल हुए तीन करोड़ के खाद घोटाले में उत्तर प्रदेश कोऑपरेटिव फेडरेशन लिमिटेड (पीसीएफ) के आरोपित गोदाम प्रभारी जगतपाल को पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। आरोपित के खिलाफ पुलिस को पुख्ता साक्ष्य मिले थे। जिसके आधार पर यह कार्रवाई की गई है। पुलिस देर रात तक उससे फरार आरोपितों के बारे में पूछताछ करती रही।
पिछले साल इंडियन फार्मर्स फर्टिलाइजर कोऑपरेटिव लिमिटेड (इफको) से जिले के किसानों के लिए आई खाद की रैक रिकार्ड में तो पीसीएफ गोदामों तक पहुंची थी, लेकिन रास्ते में खाद गायब कर माफिया तक पहुंचा दी गई। पीसीएफ गोदाम में अनियमितता की शिकायत पर तत्कालीन डीएम दिनेश कुमार सिंह ने मामले की जांच कराई तो घोटाला उजागर हुआ था। जिस पर पीसीएफ के जिला प्रबंधक अशोक कुमार शर्मा ने सिविल लाइंस थाने में तीन जनवरी 2019 गबन का मुकदमा दर्ज कराया। जिसमें गोदाम प्रभारी जगतपाल निवासी आवास विकास, इफको के तत्कालीन अधिकारी व परिवहन ठेकेदार नामजद किए गए थे। जांच में 3102 मीट्रिक टन खाद गोदामों से गायब करमाफिया तक पहुंचाने की बात पता चली थी। विवेचना के लिए गठित हुई थी एसआइटी
मामले की विवेचना के लिए एसआइटी का गठन किया गया था। जिसमें तत्कालीन इंस्पेक्टर सिविल लाइंस अनिल सिरोह (अब डीसीआरबी प्रभारी), क्राइम ब्रांच के तत्कालीन इंस्पेक्टर मनीराम (अब गैर जिला तैनात), एसएसआइ सिविल लाइंस अरविद सिंह व एसआइ शमीम हैदर शामिल थे। मगर अधिकारियों का तबादला होने से जांच ठंडे बस्ते में चली गई। विवेचना ट्रांसफर कराने के लिए आर्थिक अपराध अनुसंधान शाखा को भी लिखा गया, लेकिन सफलता नहीं मिली। बाद में एसएसआइ ने ही तहसीलदार की निगरानी में गोदाम की बोरियां गिनवाई। साक्ष्य भी संकलित किए। वर्जन
आरोपित गोदाम प्रभारी को गिरफ्तार कर लिया है। उससे पूछताछ की जा रही है, कुछ अन्य नाम भी उसने बताए हैं। उन लोगों की तलाश की जा रही है। गुरुवार को कोर्ट में पेश कर जेल भेजा जाएगा।
-ओपी गौतम, एसएचओ, सिविल लाइंस