स्टांप घोटाल :: जलवे से नौकरी कर रहा था रोकड़िया हरीश
उप कोषागार से स्टांप बिक्री में पांच करोड़ रुपये के घोटाले का मुख्य आरोपित खजांची रोकड़िया हरीश कुमार पूरे जलवे के साथ नौकरी करता रहा।
संस, दातागंज (बदायूं) : उप कोषागार से स्टांप बिक्री में पांच करोड़ रुपये के घोटाले का मुख्य आरोपित खजांची रोकड़िया हरीश कुमार पूरे जलवे के साथ नौकरी करता रहा। लक्जरी गाड़ी से ड्राइवर के साथ आता और विभाग से जुड़े लोग भी उससे खुश रहते थे। शासन के आदेश पर उप कोषागार बंद होने के बाद जब जांच शुरू हुई तो यहां घोटाला खुला। उस पर मुकदमा दर्ज हुआ तो वह फरार हो गया। अब पुलिस उसकी तलाश में यहां से लेकर बरेली तक दबिश दे रही है। विभागीय जांच-पड़ताल अब भी चल रही है, लेकिन रोकड़िया अभी तक पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा है।
दूसरे विभागों की वित्तीय व्यवस्था की निगरानी करने वाले विभाग में इतना बड़ा घोटाला होने से जिम्मेदारों की कार्य प्रणाली सवालों के घेरे में आ गई है। कोषागार से उप कोषागार तक स्टांप पहुंचने और बिक्री के बाद हिसाब किताब का रिकार्ड रहता है। ऐसे में बिना मिली भगत के करोड़ों का खेल होने से इंकार नहीं किया जा सकता है। हालांकि डीएम कुमार प्रशांत शासन को रिपोर्ट भेज चुके हैं। पुलिस आरोपितों की गिरफ्तारी की कोशिश कर रही है, लेकिन इस प्रकरण में अभी कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं है। बताते हैं कि रोकड़िया के परिजनों को पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ भी की है, लेकिन उसकी बहन की शादी होने के कारण अभी सख्ती नहीं बरती जा रही है। जिम्मेदारों का यही कहना है कि रिपोर्ट दर्ज कराई जा चुकी है, जांच-पड़ताल चल रही है, जो भी दोषी मिलेगा उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी।