Move to Jagran APP

शिकायत तक नहीं पहुंची जांच, हो गया निस्तारण

मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल पर की गई शिकायतों के निस्तारण के नाम खेल हो रहा है। ऐसा ही मामला राजकीय मेडिकल कॉलेज के चिकित्सक की शिकायत के बाद सामने आया है। जिसमें आरोप लगा है शिकायतकर्ता का पक्ष सुना भी नहीं गया। जांच अधिकारी ने भी कोई आख्या नहीं दी। फिर भी शिकायत निस्तारित कर दी गई है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 13 Sep 2019 11:10 PM (IST)Updated: Fri, 13 Sep 2019 11:10 PM (IST)
शिकायत तक नहीं पहुंची जांच, हो गया निस्तारण
शिकायत तक नहीं पहुंची जांच, हो गया निस्तारण

जागरण संवाददाता, बदायूं : मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल पर की गई शिकायतों के निस्तारण के नाम खेल हो रहा है। ऐसा ही मामला राजकीय मेडिकल कॉलेज के चिकित्सक की शिकायत के बाद सामने आया है। जिसमें आरोप लगा है, शिकायतकर्ता का पक्ष सुना भी नहीं गया। जांच अधिकारी ने भी कोई आख्या नहीं दी। फिर भी शिकायत निस्तारित कर दी गई है।

loksabha election banner

बिल्सी के गांव सतेती निवासी आशीष कुमार शर्मा ने मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायत की थी। जिसमें कहा, भाभी के गले और मुंह की परेशानी पर इलाज के लिए 27 अगस्त को राजकीय मेडिकल कॉलेज बदायूं आए। पर्चा बनवाने के बाद डॉ. शलभ वैश्य के पास पहुंचे। डॉ. शलभ ने मरीज को अकेले में देखने की बात कही। डॉक्टर को बताया, मरीज पूरी समस्या नहीं बता पाएगा और न ही दवा आदि समझ पाएगा। आरोप है, डॉक्टर ने शिकायतकर्ता को अपमानित करके मारकर बाहर निकाल दिया। मामले की शिकायत प्राचार्य से की गई तो उन्होंने आरोपित डॉक्टर की पहले भी इसी तरह की शिकायत मिलने की बात कही। चिकित्सकों की कमी के चलते कार्रवाई करने से पल्ला झाड़ लिया। फीडबैक का भी नहीं लिया संज्ञान

ऑनलाइन शिकायत के बाद जांच सीएचसी उझानी के चिकित्साधीक्षक को मिली। पोर्टल पर निस्तारित होना दर्शाया है। जबकि फीडबैक में शिकायतकर्ता की ओर किसी जांच अधिकारी के संपर्क नहीं करने व बिना पक्ष जाने शिकायत का निस्तारण करने का भी उल्लेख है। उधर, जांच अधिकारी ने शिकायत को राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य के पास भेजने की दलील दे रहे हैं तो प्राचार्य शिकायत मिलने से ही इंकार कर रहे हैं। वर्जन ::

राजकीय मेडिकल कालेज की शिकायत से हमारा कोई लेनादेना नहीं है। ब्लाक उझानी में मेडिकल कॉलेज आता है, इसलिए जांच हमारे पास आई थी। उसे निस्तारण के लिए प्राचार्य को भेज दिया गया।

- डॉ. निरंजन गंगवार, प्रभारी चिकित्साधिकारी उझानी वर्जन ::

डॉ. शलभ के खिलाफ आइजीआरएस से कोई शिकायत मेरे पास नहीं पहुंची है। आती है तो जांच कराई जाएगी। फिलहाल मैं लखनऊ मीटिग में हूं।

- डॉ. आरपी सिंह, प्राचार्य राजकीय मेडिकल कॉलेज

-----------------------------------------


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.