तूल पकड़ता जा रहा भाजयुमो जिलाध्यक्ष और एमओआइसी विवाद
भाजयुमो जिलाध्यक्ष अनुज माहेश्वरी और सहसवान के एमओआइसी डॉ. इमरान हसन सिद्दीकी के बीच चल रहा विवाद दिनोंदिन तूल पकड़ता जा रहा है।
जागरण संवाददाता, बदायूं : भाजयुमो जिलाध्यक्ष अनुज माहेश्वरी और सहसवान के एमओआइसी डॉ. इमरान हसन सिद्दीकी के बीच चल रहा विवाद दिनोंदिन तूल पकड़ता जा रहा है। बुधवार को जहां अनुज माहेश्वरी ने एमओआइसी के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए डीएम को पत्र भेजा है। वहीं प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ की बैठक में एमओआइसी ने पदाधिकारियों से शिकायत की। मुख्यमंत्री तक प्रकरण पहुंचाते हुए आरोपित पर कार्रवाई की मांग की है। रविवार रात भाजयुमो जिलाध्यक्ष अपने 15-20 साथियों को लेकर सीएचसी पर पहुंचे थे। यहां मरीज का उचित इलाज न होने पर एमओआइसी से बात कही। आरोप है, एमओआइसी ने जिलाध्यक्ष समेत युवकों द्वारा आवासीय परिसर समेत लेबर रूम में घुसकर हंगामा व बदसलूकी की। जिसकी शिकायत डीएम समेत कोतवाली पुलिस से की। इधर, मंगलवार को एसडीएम लाल बहादुर ने दोनों पक्षों को बैठाकर समझौता कराने का प्रयास किया, लेकिन वार्ता विफल रही। हालांकि यह चर्चा आम हो गई कि दोनों पक्षों के बीच फैसला हो गया है। जबकि एमओआइसी किसी भी तरह के फैसले की बात को नकारते रहे। जिलाध्यक्ष ने यह लगाए आरोप
बुधवार को जिलाध्यक्ष ने डीएम को भेजे शिकायती पत्र में बताया है कि एमओआइसी अस्पताल परिसर में प्राइवेट लैब संचालित करवा रहे हैं। वहां लगे कैमरों की एक महीने पुरानी सीसीटीवी फुटेज निकलवा ली जाए तो असलियत उजागर हो जाएगी। उन्होंने सफाई दी है कि वह प्रसव के लिए पहुंची महिला का सही उपचार कराने के लिए एमआइआसी से आग्रह करने पहुंचे थे, उन्होंने खुद पर लगे आरोप निराधार बताए हैं।
एमओआइसी ने सौंपी लिखित शिकायत
प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ की बैठक बुधवार को सीएमओ कार्यालय में हुई। यहां एमओआइसी के साथ हुई घटना की निदा की गई। एमओआइसी ने अध्यक्ष डॉ. फिरासत हुसैन समेत सचिव डॉ. राजेश वर्मा को से शिकायत की। आरोपित के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इधर, डॉ. फिरासत हुसैन ने बताया कि ऐसी घटनाओं से डॉक्टरों का मनोबल टूटता है। इसलिए बैठक की गई थी। चिकित्सकों का काम झगड़ा करना नहीं है। जिलेभर के चिकित्सकों में इस घटना से रोष है। अधिकारियों तक पूरा मामला पहुंच गया है। इतना बड़ा मुद्दा भी नहीं है कि तूल दिया जाए। सभी को समझा दिया गया है।