हाथ में आई झाड़ू, उड़ी रसूख की 'मलाई'
डीएम ने सभी सफाई कर्मचारियों के अटैचमेंट को खत्म कर दिया।
बदायूं : गांवों की सफाई छोड़कर कर्मचारी नेतागिरी नहीं कर पाएंगे। डीएम ने पूर्व में हुए सभी आदेशों और अटैचमेंट को खत्म कर दिया। उन्हें मूल तैनाती वाले गांव भेज दिया। डीएम ने चेतावनी देते हुए स्पष्ट कहा कि सभी सफाई कर्मचारी अपने-अपने गांव पहुंचकर अभी से सफाई कार्य शुरू कर दें। लापरवाही करने वालों को सीधा जेल भेजा जाएगा। जिले की सफाई व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए पहली बार इतनी बड़ी कार्रवाई की गई है।
लंबे अरसे से एक ही स्थान पर जमे सफाई कर्मचारियों के तबादले के लिए रविवार को कलेक्ट्रेट सभा कक्ष में डीएम दिनेश कुमार सिंह ने जिले की सभी ब्लॉकों के सफाई कर्मचारियों को इकट्ठा कर मंशा से अवगत कराया। पंचायत विभाग के अधिकारियों की ओर से डीएम के सामने सफाई कर्मचारियों के स्थानांतरण की विधिवत सूचियां पेश न करने की वजह से सिर्फ म्याऊं ब्लॉक के ही सफाई कर्मचारियों के तबादले हो सके। शेष ब्लॉकों के सफाई कर्मचारियों के स्थानांतरण डीएम के आदेश पर बनाई गई सूचियां पंचायत विभाग की ओर से पेश करने पर किए जाएंगे। डीएम ने कहा कि जो सफाई कर्मी चाहे कलेक्ट्रेट, सीडीओ कार्यालय, डीपीआरओ कार्यालय या किसी अन्य अधिकारी के यहां अटैच हो तो वह बिना किसी रिलीविग आदेश के सोमवार से ही अपने तैनाती वाले गांव पहुंचकर सफाई कार्य करें। सफाई कर्मचारियों को दायित्व समझाने एसएसपी भी पहुंचे
रविवार को सफाई कर्मचारियों की मठाधीशी खत्म करने के लिए डीएम ने जब जिले भर के सफाई कर्मचारियों को बुलाकर बैठक की तो सफाई कर्मचारियों को उनका दायित्व समझाने के लिए एसएसपी अशोक कुमार त्रिपाठी भी बैठक में पहुंचे। एसएसपी ने कहा कि वह अपने-अपने दायित्वों को भलीभांति अंजाम दें। गांव में अगर कोई व्यक्ति आपराधिक प्रवृति का हो तो उसकी सूचना दें, नाम गोपनीय रखा जाएगा। इनके होंगे स्थानांतरण
डीएम ने कहा कि कम आबादी वाले ऐसे राजस्व गांव जहां जुगाड़ से दो-तीन कर्मचारियों की तैनाती करा ली है उन्हें हटाए जाने के साथ ही जिन सफाई कर्मियों की ग्रामवासियों ने शिकायत की है उनका स्थानांतरण किया जाएगा। इन्फो के लिए - 1571 जिलेभर में तैनात सफाई कर्मचारी
- 130 कर्मियों ने अधिकारियों के यहां करा लिया था अटैचमेंट
- 46 कर्मचारी नेताओं के यहां जमे हुए थे
- 1038 ग्राम पंचायतें जिले में
- 1474 राजस्व गांव जिले में
हैडिंग,
पत्नी की जगह पति ने की सफाई, डीएम ने किया निलंबित इसे हाइलाइट करें- मीटिग में डीएम ने प्रधान से की बात, शिकायत पर की कार्रवाई जासं, बदायूं : रविवार को डीएम जब कर्मचारियों को उनकी मूल तैनाती पर वापस भेजने के साथ ही उनको साफ-सफाई का पाठ पढ़ा रहे थे इसी बीच एक शिकायत आने पर महिला सफाई कर्मचारी को तुरंत निलंबित कर दिया गया। कादरचौक ब्लॉक के गांव नूरपुर के प्रधान ने डीएम से शिकायत करते हुए बताया कि उनके गांव पर तैनात सफाई कर्मचारी सुनीता गांव में कभी सफाई करने नहीं जाती है। वह अपनी जगह पति को सफाई करने के लिए भेजती है। 200 रुपये दिहाड़ी पर अपनी जगह दूसरे को लगा देता है। इस वजह से गांव में गंदगी व्याप्त है। डीएम ने शिकायत को गंभीरता से सुनते हुए सफाई कर्मचारी को तुरंत निलंबित करने के आदेश दिए। एडीपीआरओ राजीव मौर्य ने बताया कि डीएम के आदेश पर सुनीता को निलंबित कर दिया गया है। सात बजे से दो बजे तक देनी होगी ड्यूटी
सुबह सात से अपराह्न दो बजे तक रहेगी ड्यूटी सफाई कर्मियों को तैनाती वाले गांव में सुबह सात बजे से दोपहर दो बजे तक उपस्थित रहकर सफाई कार्य करना होगा। मूल कार्य के अलावा सफाई कर्मियों को स्कूल न जाने वाले बच्चों को स्कूल भेजने के लिए उनके अभिभावकों को समझाकर बच्चों को स्कूल भेजना होगा। पहली जुलाई से चलने वाले सफाई अभियान में श्रमदान को ग्रामीणों का भी सहयोग लेने के लिए प्रेरित करना होगा। हर गांव में कराएं फॉगिग मशीन
डीएम ने कहा कि हर गांव में स्प्रे और फॉगिग मशीन अवश्य हो, नियमित दवाओं का छिड़काव किया जाए। कूड़ा डालने के लिए सरकारी जमीन पर सचिव और ग्राम प्रधान दो गड्ढ़े तैयार कराएं उसी में ठेला गाड़ी से कूड़ा डाला जाए। बाइकें उठाने पर डीएम ने एसएचओ को किया तलब
कलेक्ट्रेट में सभी सफाई कमिर्यों के आने की वजह से काफी भीड़ रही। अधिकतर कर्मी अपनी-अपनी बाइक से आए थे। उन्होंने कलेक्ट्रेट परिसर में ही वाहनों को पार्क भी किया था। एसएचओ सिविल लाइंस ओपी गौतम वहां पहुंचे और चार-पांच बाइक उठवाकर ले गए। सफाई कर्मचारी अपनी बाइक लेने थाने पहुंचे तो उनसे कहा गया कि बगैर लॉक के वह बाइक खड़ी थीं इसलिए चालान कटवाना पड़ेगा। सफाई कर्मचारियों ने इसकी शिकायत डीएम से की तो डीएम ने एसएचओ को तलब कर लिया और कड़ी नाराजगी जताई। डीएम के निर्देश पर बाइकें कलेक्ट्रेट से उठाई गई थीं उन्हें छोड़ दिया गया।