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गंगा तीरे जुटे साधु-संत, तंबुओं के शहर में रंगत

रुहेलखंड का मिनी कुंभ कहे जाने वाले मेला ककोड़ा में श्रद्धालुओं के साथ साधु संत भी पहुंचने लगे हैं।

By JagranEdited By: Published: Mon, 19 Nov 2018 12:21 AM (IST)Updated: Mon, 19 Nov 2018 12:21 AM (IST)
गंगा तीरे जुटे साधु-संत, तंबुओं के शहर में रंगत
गंगा तीरे जुटे साधु-संत, तंबुओं के शहर में रंगत

बदायूं : रुहेलखंड का मिनी कुंभ कहे जाने वाले मेला ककोड़ा में श्रद्धालुओं के साथ साधु संत भी पहुंचने लगे हैं। श्रद्धालु अपनी राउटी लगा रहे हैं। वह अपने ट्रैक्टर ट्राली, कार, टेंपो, बाइक, तांगा बुग्गी और बैलगाड़ियों को लेकर पहुंच रहे हैं। इसके साथ ही पतित पावनी मां गंगा में हर-हर गंगे के जयकारे के साथ डुबकी भी लगा रहे हैं। श्रद्धा और आस्था के केंद्र मेला ककोड़ा के गंगा तट पर श्रद्धालु प्रफुल्लित मन से बच्चों के संस्कारों को भी करा रहे हैं।

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मां गंगा की दीपदान के साथ भव्य आरती की जा रही है। श्रद्धालु परिजनों के लोकमंगल की कामना कर रहे हैं। भगत बजवाने के साथ कन्याओं, साधु संतों को दान पुण्य कर रहे हैं। गंगा तट के किनारे प्रसाद की दुकानें भी लग चुकी हैं।

गहराई को देखते हुए मेला प्रशासन ने गंगा में बल्लियां लगाते हुए खतरे का निशान बनाकर अलर्ट जारी किया है। मजदूर मेले के मुख्य द्वार और गंगा तट द्वार को बनाने में जुटें हैं। मुख्य द्वार से गंगा तट तक लाइट फि¨टग हो चुकी है। वीआइपी एरिया, प्रशानिक एरिया में लाइट फि¨टग होनी है। फिलहाल, मजदूर मेले से पहले ही कोतवाली और फायर सर्विस स्टेशन के पास पोल लगाकर लाइट फि¨टग का कार्य कर रहे हैं। मेले में सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किये गए हैं। वहीं पीएसी के जवानों ने मेले में श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर कमर कस ली है। फायर सर्विस स्टेशन के जवान भी चौकन्ने होकर ड्यूटी को निभा रहे हैं। बरेली मार्ग, कोतवाली और वीआइपी कालोनी के आसपास लोगों ने भी अपने टेंट बनाना शुरू कर दिया है। प्रशासनिक के अलावा जनप्रतिनिधियों के टेंट लग चुके हैं। मेले के पश्चिम में संत महात्माओं ने अपने तंबू लगा लिए हैं।

मेले में बनाए 350 शौचालय

मिनी कुंभ मेला ककोड़ा को खुले में शौच से मुक्त करने के लिए इस बार प्रशासनिक अमले ने बेहतर इंतजाम किए हैं। ठेकेदार सुधीर यादव ने बताया कि मेले में 350 शौचालयों का निर्माण हो चुका है। श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए और शौचालय बनाए जाएंगे। श्रद्धालु ले रहे नौका का आनंद

श्रद्धालु गंगा मईया में स्नान कर रहे और अपने परिवारीजनों के साथ नौका बिहार का आनंद भी ले रहे हैं। गंगा के उस पार जाने आने का नौका चालक 20 रुपये प्रति सवारी के हिसाब ले रहे हैं। एक बार में नौ श्रद्धालु नाव में बैठ पाते हैं। अभी तीन नाव गंगा के तट पर मौजूद हैं और नावें बढ़ाई जाएगी। फ्लड पीएसी के जवानों की गंगा में नहीं उतरी वोट

एटा से श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए आई 43वीं बटालियन के जवानों की दो नावें अभी गंगा में नहीं उतारी गईं हैं। प्लाटून कमांडर अमर ¨सह ने बताया कि आदेश मिलने पर गंगा में नावों को उतारा जाएगा। मेले में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए जवानों को तैनात किया गया है। पीएसी के जवानों चुस्ती और फुर्ती के साथ अपनी जिम्मेदारियों निभाने में सतर्क हैं।


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