सर्दी शुरू होने पर भी स्वेटर से महरूम स्कूली बच्चे
कोहरे के साथ सर्दी का मौसम शुरू हो गया है। घर से बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है। शीत लहर की वजह से जनजीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त हो चला है। ज्यादा जरूरत होने पर ही लोग घर से बाहर निकल रहे हैं लेकिन बेसिक शिक्षा विभाग मासूमों की सेहत से खिलवाड़ कर रहा है।
जागरण संवाददाता, बदायूं : कोहरे के साथ सर्दी का मौसम शुरू हो गया है। घर से बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है। शीत लहर की वजह से जनजीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त हो चला है। ज्यादा जरूरत होने पर ही लोग घर से बाहर निकल रहे हैं लेकिन बेसिक शिक्षा विभाग मासूमों की सेहत से खिलवाड़ कर रहा है। विभागीय आंकड़ों के अनुसार 3 लाख 26 हजार 183 छात्र-छात्राओं के लक्ष्य के सापेक्ष 2 लाख 36 हजार 704 बच्चों को स्वेटर वितरित हुए हैं। शहरी क्षेत्र के विद्यालयों के बच्चे बिना गर्म कपड़ों के या बड़े भाई-बहनों के स्वेटर पहनकर विद्यालय आ रहे हैं। वहीं, विभागीय अफसर स्वेटर वितरण करने वाली संस्था को नोटिस देने की बात कहकर औपचारिकता निभा रहे हैं।
परिषदीय छात्रों से बात :
सुबह के समय विद्यालय आने के लिए कई बार सोचना पड़ता है। पिछली कक्षा में तो स्वेटर का वितरण सही समय से कर दिया गया था लेकिन इस बार नहीं किया जा रहा है।
- शोएब।
शिक्षकों से बार-बार स्वेटर के बारे में पूछते हैं लेकिन स्वेटर को लेकर कोई जवाब नहीं दिया जाता है। विद्यालय आते समय और विद्यालय में बहुत ठंड लगती है।
- शीराज। घर से ही शर्ट के भीतर हाइनेक पहनकर आते हैं। विद्यालय की ओर से स्वेटर देने की वजह से परेशानी हो रही है। अब दो दिन अवकाश में घर पर ही रहेंगे तो सुकून मिलेगा।
- इमरान। सर्दी के मौसम में ठिठुरने से अच्छा है कि अवकाश कर दिया जाए। विद्यालय में दरवाजे, खिड़कियां न होने की वजह से सर्द हवाएं विद्यालय में आती रहती हैं तो दिक्कत होती है।
- मुहम्मद सैफ।