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हारून के स्वजनों से मिले एसएसपी

एसएसपी संकल्प शर्मा ने मृतक हारून के परिवार वालों से बात की। घटनास्थल को देखा। कोतवाल को घटना की सत्यता परखने के निर्देश दिए। रविवार को एसएसपी संकल्प शर्मा ने हारून के पिता आजम खां से बात की। पिता ने एसएसपी को बताया कि पूरा घटनाक्रम झूठा है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 23 Nov 2020 12:19 AM (IST)Updated: Mon, 23 Nov 2020 12:19 AM (IST)
हारून के स्वजनों से मिले एसएसपी
हारून के स्वजनों से मिले एसएसपी

जेएनएन, बिसौली (बदायूं): एसएसपी संकल्प शर्मा ने मृतक हारून के परिवार वालों से बात की। घटनास्थल को देखा। कोतवाल को घटना की सत्यता परखने के निर्देश दिए। रविवार को एसएसपी संकल्प शर्मा ने हारून के पिता आजम खां से बात की। पिता ने एसएसपी को बताया कि पूरा घटनाक्रम झूठा है। लाश और जूते डाले गए हैं। हारून की हत्या की गई है। उसका एक्सीडेंट नहीं हुआ है। एसएसपी ने मामले की सही जांच कराने का आश्वासन दिया। इधर उन्होंने घटनास्थल को देखा और कोतवाल पंकज लवानिया से भी बात की। इनसेट

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लावारिस मिली थी हारून की बाइक

गत 16 नवंबर को पुलिस को गांव भटपुरा के समीप एक लावारिश बाइक मिली, जिसे गांव के चौकीदार की सुपुर्दगी में दे दिया। यह बाइक हारून की ही निकली। अब प्रश्न यह उठता है कि पुलिस ने उसके नंबर से मालिक का पता क्यों नहीं निकाला। यह तमाम प्रश्न हारून की मौत पर कई सवाल खड़े कर रहे हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से उलझी हारून की मौत की गुत्थी

जेएनएन, बिसौली (बदायूं): पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने हारून की मौत की गुत्थी उलझा दी है। रिपोर्ट हादसे की ओर इशारा कर रही है जबकि घटनास्थल पर मिले सबूत हत्या होना बयां कर रहे हैं। इधर मृतक की बाइक, मोबाइल और गले में पड़ी चेन न मिलना भी पूरी कहानी को उलझा रहा है।

बता दें कि कस्बा फैजगंज निवासी हारून पुत्र आजम खां 16 नवंबर को चंदौसी गया था। वहीं से उसकी बाइक पर जनपद संभल के अर्जुन और योगेश भी बैठ गए। हारून दोनों युवकों को छोड़ने उनकी रिश्तेदारी में गांव अतरपुरा गया लेकिन देरशाम तक न लौटने पर परिवार वालों ने तलाश शुरू की। कल शुक्रवार को हाईवे किनारे गांव भटपुरा के समीप हारून की सड़ी गली लाश मिली। रविवार को आई पोस्टमार्टम रिपोर्ट में एक्सीडेंट की बात कही गई है। कोतवाल पंकज लवानिया ने बताया कि एक्सीडेंट में सिर की हड्डी टूटने से हारून की मौत हुई है, लेकिन वहीं पर मृतक की बाइक, मोबाइल, गले में पड़ी चेन और अंगूठी न मिलना हत्या की ओर इशारा कर रहा है। इसके साथ ही चार दिनों तक लाश का हाईवे किनारे पड़े रहना भी लोगों के गले नहीं उतर रहा है। कुल मिलाकर हारून की मौत की गुत्थी अभी सुलझने में नहीं आ रही है।


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