यज्ञीय ऊर्जा से मिलती शक्ति, विषाणुओं का होता शमन
बाजार चौराहे के समीप चल रहे 51 कुंडीय गायत्री महायज्ञ के तीसरे दिन श्रद्धालुओं ने आहुतियां समर्पित कीं।
जेएनएन, कुंवरगांव : अखिल विश्व गायत्री परिवार के मार्गदर्शन में नगर में बाजार चौराहे के समीप चल रहे 51 कुंडीय गायत्री महायज्ञ के तीसरे दिन श्रद्धालुओं ने यज्ञ भगवान को विशेष आहुतियां समर्पित कीं। शाम को दीपयज्ञ का आयोजन किया गया। कन्याओं और महिलाओं ने 2251 दीप प्रज्वलित किए। शांतिकुंज हरिद्वार से आए टोली नायक राजकुमार भृगु ने कहा कि यज्ञ से सभ्यता, संस्कृति और संस्कारों को पोषण मिलता है। यज्ञीय ऊर्जा से जीवाणुओं, विषाणुओं का शमन और जीवनी शक्ति का संवर्धन होता है। उन्होंने कहा कि विचार क्रांति से ही मानव में देवत्व का उदय होगा। बच्चों को श्रेष्ठ संस्कार दें और उनकी योग्यताओं और क्षमताओं को व्यक्ति, परिवार, समाज और राष्ट्र निर्माण में लगाएं। यज्ञ भगवान की भव्य आरती के बाद श्रद्धालुओं ने विश्व कल्याण के लिए गायत्री मंत्र का जप, तप, साधना, स्वाध्याय, संयम, सेवा के अलावा समयदान और अंशदान का संकल्प लिया। शाम को विराट दीपयज्ञ हुआ। शांतिकुंज हरिद्वार से आए योगाचार्य रामसिंह यादव ने योग के माध्यम से तमाम बीमारियों का इलाज बताया। कालीचरन पटेल, मदन लाल, अजीत कुमार, सोहन पाल सिंह, आर्येंद्र यादव, सत्यपाल शर्मा, प्रकाश देव, मनोज कुमार, सुखपाल शर्मा, सचिनदेव आदि मौजूद रहे।