एडीओ पंचायत के बेटे ने प्रधान को धमकाया, डीपीआरओ ने ब्लाक से हाटाया
संसू म्याऊं बीडीओ
एडीओ पंचायत के बेटे ने प्रधान को धमकाया, डीपीआरओ ने ब्लाक से हाटाया
संसू, म्याऊं : बीडीओ और एडीओ पंचायत ने अवैधानिक तरीके से सचिव की साठगांठ से दर्जनभर प्रधानों को नोटिस जारी कर पावर सीज करने का आदेश जारी कर दिया। प्रधानों को धमका कर रुपये वसूली की गई और कुछ प्रधान नेताओं के बलबूते बच गए। प्रधानों से रुपये हड़पने एवं गलत कार्रवाई करने जैसे मामले में सचिव को हटाया जा चुका है। इसके बाद भी एडीओ पंचायत के हौंसला कम नहीं हुए। उनके बेटे ने ग्राम प्रधान के घर जाकर धमका दिया। इस पर डीपीआरओ ने एडीओ पंचायत को ब्लाक से हटा दिया है।
सोमवार को डीपीआरओ श्रेया मिश्रा से म्याऊं ब्लाक के ग्राम प्रधानों ने फोन करके एडीओ पंचायत व सचिव पर धमकाने का आरोप लगाया है। साथ ही ग्राम प्रधान गौरामई दिलशाद ने आरोप लगाया कि एडीओ पंचायत नरेशपाल सिंह का बेटा उनके घर पर पहुंचा। उन्होंने प्रधान को धमकाया कि जो शिकायतें की हैं वह वापस ले लो, और सादा कागज पर लिखो की आडियो वायरल हुई है वह मेरी नहीं है और मुझसे कोई पैसा नहीं लिया गया है, मेरा डोंगल बंद नहीं किया, मेरी पावर सीज नहीं की गई। इसके अलावा तमाम बातें लिखवाने को दबाव बनाया। प्रधान का आरोप है कि एडीओ पंचायत के बेटे ने कहा कि अगर शिकायत वापस नहीं लेंगे तो आगे कार्रवाई में फंसा दिया जाएगा। ग्राम प्रधान ने डीपीआरओ को फोन करके शिकायत की और कार्रवाई की मांग की। एडीओ पंचायत वैसे ही पहले से आरोपों में फंसे हैं। इस पर डीपीआरओ ने एडीओ पंचायत को वहां से हटाकर अपने कार्यालय से संबद्ध देरशाम कर लिया है। उन्होंने कहा कि एडीओ की हरकतें ठीक नहीं हैं क्षेत्र में विवाद हो सकता है इसलिए कार्यालय से संबद्ध किया है।
ब्लाक प्रमुख के इशारे पर धमकाए गए ग्राम प्रधान
म्याऊं ब्लाक में धमकी के बल पर धन हड़पने का मामला चल रहा है। इस मामले को लेकर एडीओ पंचायत से बात की गई तो उन्होंने साफ कर दिया कि हमने तो ब्लाक प्रमुख के आदेश पर 12 प्रधानों को नोटिस दिया था और जांच के लिए प्रक्रिया शुरू की। रिकार्ड नहीं मिला इसीलिए जांच पूरी नहीं हुई।
एडीओ पंचायत कर रहे राजनीति
आरोप है कि म्याऊं ब्लाक के एडीओ पंचायत नरेश पाल सिंह कहीं बाहर से रहने वाले नहीं हैं वह उसावां थाना क्षेत्र के ही रहने वाले हैं इसीलिए वह लोकल की राजनीति भी कर रहे हैं। वह नेताओं के इशारे पर प्रधानों पर कार्रवाई कर रहे हैं और रुपये वसूलने का काम कर रहे हैं। विभागाध्यक्ष भी स्थानीय होने के बाद भी वहां तैनाती दिलाए हुए हैं, वहीं सचिव दीपक गुप्ता की रिश्तेदारी म्याऊं और उसावां क्षेत्र में है इसलिए वह मनमानी करने पर तुले रहे।
प्रधान के घर पर मेरा बेटा नहीं मेरा रिश्तेदार समझाने गया था धमकाने जैसी कोई बात नहीं है। प्रधानों के हमने कोई डोंगल बंद नहीं किए, हम और बीडीओ ब्लाक प्रमुख के कहने पर 12 प्रधानों की जांच को पत्र लिखा था। आज धमकाने का आरोप गलत लगाया है।
नरेशपाल सिंह, एडीओ पंचायत म्याऊं
ग्राम प्रधान का फोन मेरे पास भी आया था, एडीओ पंचायत का बेटा धमकाने गया था। एडीओ पंचायत को वहां से हटा दिया है अब मैं उन्हें अपने कार्यालय से संबद्ध कर रही हूं, एडीओ पंचायत ज्यादा ड्रामा करेंगे तो निलंबन को लिख देती हूं। प्रधानों को मैंने आश्वासन दे दिया है वह गांव का विकास कार्य कराएं कोई कार्रवाई नहीं होगी।
श्रेया मिश्रा, जिला पंचायत राज अधिकारी