बदायूं में जेल में महिला बंदियों का निखारा जा रहा हुनर
अपराध में सने हाथ अब नैन-नक्श संवारेंगे। जेल में बंद महिला बंदियों को जेल प्रशासन सात दिवसीय ब्यूटीशियन का प्रशिक्षण करा रहा है। जेल अधीक्षक डा. विनय कुमार ने बताया कि इस योजना के पीछे जेल प्रशासन का मकसद महिला बंदियों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ना है। जेल से छूटने के बाद वे आत्मनिर्भर होकर जीविकोपार्जन कर सकें।
जागरण संवाददाता, बदायूं: अपराध में सने हाथ अब नैन-नक्श संवारेंगे। जेल में बंद महिला बंदियों को जेल प्रशासन सात दिवसीय ब्यूटीशियन का प्रशिक्षण करा रहा है। जेल अधीक्षक डा. विनय कुमार ने बताया कि इस योजना के पीछे जेल प्रशासन का मकसद महिला बंदियों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ना है। जेल से छूटने के बाद वे आत्मनिर्भर होकर जीविकोपार्जन कर सकें।
महिला बंदियों के पुनर्वास को लेकर इस योजना को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। बंदियों की सुरक्षा प्रभावित न हो, इसके लिए ब्यूटीशियन कोर्स का प्रशिक्षण महिला बैरेक में ही कराया जा रहा है। जेल अधीक्षक ने बताया कि इस कार्य में आदर्श टीवीएस के सीईओ सुजीत गुप्ता व महिलाओं को प्रशिक्षित कर रहीं मंजुला शर्मा उर्फ मीनू पाठक का सहयोग मिल रहा है। महिला बैरेक में विभिन्न आपराधिक मामलों में बंद महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए जेल प्रशासन की ओर से यह पहल की जा रही है। प्रशिक्षण में उन महिलाओं को शामिल किया गया है, जो विचाराधीन हैं और उनकी जमानत जल्द होने के आसार हैं। ऐसी 18 महिला बंदियों को चिह्नित किया जा चुका है। इसके लिए शहर की ब्यूटीशियन मीनू पाठक व उनकी टीम की ओर से महिला बंदियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। महिला बंदियों को उन सभी सौंदर्य प्रसाधन की जानकारी व उपयोग की विधि के बारे में अवगत कराया जा रहा है, जिसका इस्तेमाल ब्यूटी पार्लर में किया जाता है। सात दिनों तक विशेष प्रशिक्षण दिया गया। आगे भी इस तरह के प्रशिक्षण देने के साथ प्रशिक्षित महिला बंदियों को प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा।