बदायूं के दातागंज उप कोषागार में पांच करोड़ का गबन
उप कोषागार में स्टांप बिक्री में पांच करोड़ रुपये के गबन का मामला उजागर हुआ है।
संस, दातागंज (बदायूं) : उप कोषागार में स्टांप बिक्री में पांच करोड़ रुपये के गबन का मामला उजागर हुआ है। जिसका आरोप खजांची और कैशियर पर लगा है। यह मामला तब खुला, जब शासन के आदेश पर सभी उप कोषागार बंद कर दिए गए। दो दिन से यहां अभिलेखों का मिलान किया जा रहा था। इस दौरान दो रजिस्टर मिले तो फर्जीवाड़ा सामने आ गया। आरोपितों के खिलाफ एफआइआर कराने की प्रक्रिया चल रही है।
उप कोषागारों में स्टांप बिक्री के नाम पर चल रहे खेल का मामला शासन तक पहुंचा था। जिस पर पिछले दिनो विशेष सचिव दयाशंकर सिंह ने 27 जिलों के 46 उप कोषागारों को बंद करने और उनके कर्मियों को जिला कोषागार में पद सहित समाहित करने का आदेश दिया। इसमें बदायूं के दातागंज, उझानी, बिल्सी और सहसवान उप कोषागार भी शामिल थे। दातागंज उप कोषागार बंद होने के बाद रिकार्ड और स्टांप का मिलान कराकर जिला कोषागार में पहुंचाने के लिए प्रयास तो काफी दिनों से किए जा रहे थे, लेकिन वर्ष 2007 से तैनात खंजाची हरीश कार्यालय नहीं आ रहा था। एसडीएम और तहसीलदार के बुलाने पर भी वह हिसाब देने नहीं आ रहा था। अधिकारियों ने तहसीलदार के पास मौजूद दूसरी चाबी से अभिलेख और स्टांप का मिलान कराया। दो दिन तक चली मिलान प्रक्रिया में दो रजिस्टर निकले। स्टांप बिक्री का रजिस्टर अलग था, जबकि जिला मुख्यालय पर रिपोर्ट भेजने वाला रजिस्टर अलग निकला। बिक्री और भेजी गई रिपोर्ट का आकलन करने पर करीब पांच करोड़ का गबन सामने आया है। जिसके बाद डीएम की ओर से गठित एआइजी स्टांप बरेली, एडीएम वित्त, वरिष्ठ कोषाधिकारी और एसडीएम दातागंज की टीम जांच करने पहुंची। करोड़ों का घपला उजागर होते ही प्रशासनिक हलके में खलबली मच गई। अब खजांची हरीश और कैशियर राजेश चंद्र सागर के खिलाफ एफआइआर कराने की प्रक्रिया चल रही है। वर्जन
शासन के आदेश के बाद उप कोषागार बंद करा दिया गया था। अभिलेखों और स्टांप की जांच में करीब पांच करोड़ रुपये का गबन उजागर हुआ है। जांच पड़ताल चल रही है, खजांची और कैशियर के खिलाफ एफआइआर कराई जाएगी।
-कुंवर बहादुर सिंह, एसडीएम दातागंज वर्जन
दातागंज उप कोषागार में जांच कराने पर स्टांप बिक्री में घपला निकला है। प्रारंभिक जांच की रिपोर्ट मिलने के बाद कार्रवाई के लिए प्रमुख सचिव वित्त को लिखा गया है। जो भी दोषी मिलेंगे सभी के खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी।
-कुमार प्रशांत, जिलाधिकारी
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