सहसवान के बसपा और भाजपा प्रत्याशी ने तोड़ी आचार संहिता
जेएनएन बदायूं जिले में तमाम सख्ती और पुलिस के प्रयासों के बाद भी अलग-अलग राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों द्वारा आचार संहिता का उल्लंघन किया जा रहा है। जिले में हर रोज मुकदमे दर्ज हो रहे हैं लेकिन फिर भी प्रत्याशी आचार संहिता तोड़ रहे हैं। अब दो ताजे मामले सहसवान प्रत्याशियों के सामने आए हैं। सहसवान से भाजपा और बसपा के प्रत्याशियों के खिलाफ उघैती और इस्लाम नगर थाने में आचार संहिता उल्लंघन का मुकदमा दर्ज किया गया है।
जेएनएन, बदायूं : जिले में तमाम सख्ती और पुलिस के प्रयासों के बाद भी अलग-अलग राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों द्वारा आचार संहिता का उल्लंघन किया जा रहा है। जिले में हर रोज मुकदमे दर्ज हो रहे हैं, लेकिन फिर भी प्रत्याशी आचार संहिता तोड़ रहे हैं। अब दो ताजे मामले सहसवान प्रत्याशियों के सामने आए हैं। सहसवान से भाजपा और बसपा के प्रत्याशियों के खिलाफ उघैती और इस्लाम नगर थाने में आचार संहिता उल्लंघन का मुकदमा दर्ज किया गया है।
उघैती थाने के उपनिरीक्षक सत्यवीर सिंह ने मुकदमा दर्ज कराते हुए बताया कि 22 जनवरी गांव पीपरी रघुनाथपुर में मंदिर के पास एक भंडारा चल रहा था। कोई अनुमति नहीं ली गई थी। बताया गया कि यह भंडारे में राजनीतिक लोग एकत्र हुए थे और वोट की अपील कर रहे थे। गांव के लोगों ने फोटो और वीडियो भी उपलब्ध कराए थे। उनमें भाजपा के सहसवान प्रत्याशी डीके भारद्वाज द्वारा अपने साथियों के साथ भंडारे में शामिल होना पाया गया। इसके बाद थाना उघैती में डीके भारद्वाज के अलावा पीपरी रघुनाथपुर निवासी गुड्डू, मुकेश टेलर्स, बाघेश्वर, सुधीर, अंकित, कुंवरपाल, रामनिवास, ओमप्रकाश, मनोज, कन्हई, ब्रजबल्लभ, उमेश, विमल, अमरपाल शर्मा के खिलाफ आचार संहिता उल्लंघन, कोविड गाइड लाइन का पालन न करने आदि का मुकदमा दर्ज कराया गया है।
उधर, इस्लामनगर प्रतिनिधि के अनुसार इस्लामनगर थाने के उपनिरीक्षक बलवीर सिंह ने बताया कि रविवार को जानकारी मिली कि मुहल्ला हाता में कई लोगों की भीड़ एकत्र है। वहां बसपा प्रत्याशी हाजी बिट्टन अपने समर्थकों के साथ जनसभा कर रहे हैं। इस पर मौके पर जाकर देखा गया तो सहसवान से बसपा प्रत्याशी मुसर्रत अली हाजी बिट्टन अपने लोगों के साथ जनसभा करते पाए गए। इस पर मुसर्रत अली उर्फ हाजी बिट्टन के अलावा अरशद अली, रजि मोहम्मद, मुबारिक, आफाक कुरैशी, साइन, रहमान, मनीर, आरिफ, सद्दीक, इंसाफ अली, परवीन, मुशाहिद अली, कारी निजामुद्दीन और 40-50 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज हुआ।