सड़क, बरातघर और अंत्येष्टि स्थल बन रहे चुनावी मुद्दा
पंचायत चुनाव को लेकर गांवों में हलचल तेज होती जा रही है। चुनावी मुद्दे भी उछलने लगे हैं। म्याऊं ब्लाक क्षेत्र के निकट नगरिया चिकन गांव में बरात घर अंत्येष्टि स्थल और मुख्य मार्ग की मरम्मत को चुनावी मुद्दा के रूप में उछाला जाने लगा है।
जेएनएन, म्याऊं (बदायूं) : पंचायत चुनाव को लेकर गांवों में हलचल तेज होती जा रही है। चुनावी मुद्दे भी उछलने लगे हैं। म्याऊं ब्लाक क्षेत्र के निकट नगरिया चिकन गांव में बरात घर, अंत्येष्टि स्थल और मुख्य मार्ग की मरम्मत को चुनावी मुद्दा के रूप में उछाला जाने लगा है। हालांकि ग्रामीण किसी पर आरोप-प्रत्यारोप नहीं लगा रहे हैं। न ही पूर्व जन प्रतिनिधियों को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। उनका कहना है कि आम आदमी की मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति जरूर होनी चाहिए।
म्याऊं-दातागंज रोड से नगरिया चिकन तक मुख्य सड़क खराब है। जगह-जगह गहरे गड्ढे हैं। कीचड़ और जलभराव की समस्या गंभीर है। बारिश में इस रोड से निकलना दुश्वार हो जाता है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर सड़क की मरम्मत कराकर जलनिकासी के लिए नाला बनवा दिया जाए तो इस समस्या का समाधान हो सकता है। गांव में सामूहिक आयोजन और बरात ठहराने के लिए बरातघर तो बना है, लेकिन खंडहर में तब्दील हो चुका है। इसकी वजह से ग्रामीणों को आयोजन टेंट लगाकर करना पड़ता है। मौसम खराब होने पर दिक्कत बढ़ जाती है। गांव में अभी तक अंत्येष्टि स्थल भी नहीं बन सका है। शवों के दाह-संस्कार के लिए गंगा घाट पर जाना पड़ता है। प्रधानी के चुनाव में ग्रामीण इन मुद्दों को दावेदारों के सामने रखने की तैयारी कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि पेयजल, पथ प्रकाश, जल निकास और सफाई व्यवस्था दुरुस्त कराने की जरूरत महसूस की जा रही है।
ग्रामीणों की बात :: फोटो 14 बीडीएन 30
गांव का मुख्य मार्ग टूटा हुआ है। जगह-जगह कीचड़ और जलभराव की समस्या है। बारिश में ग्रामीणों को बहुत दिक्कत होती है।
- अगनू
फोटो 14 बीडीएन 31
गांव में बरातघर या सार्वजनिक स्थल नहीं है। जहां ग्रामीण बरात रोक सकें या सामूहिक कार्यक्रम कर सके। गांव में बरात घर बनना चाहिए।
- सुमित
फोटो 14 बीडीएन 32
शमशान स्थल की यहां कुछ सुविधा भी नहीं है। गांव के पास जगह आवंटित कर अंत्येष्टि स्थल का निर्माण कराया जाना चाहिए।
- महिपाल फोटो 14 बीडीएन 33
गांव का मुख्य मार्ग लंबे समय से खराब है। सड़क निर्माण होने से लोगों को राहत मिलेगी। मूलभूत सुविधाएं मिलती रहें तो परेशानी नहीं हो।
- सतीश