नहीं हो रहा सुधार, बैंकों के बाहर खाताधारकों की भीड़
सरकार हर कोरोना पॉजीटिव केस को गंभीरता से ले रही है लेकिन बहुत से लोग हैं जो कोरोना की वजह से मौतें होने के बाद सुधरने को तैयार नहीं हैं। बिना शारीरिक दूरी का पालन किए एक-दूसरे से सटकर खड़े हो रहे हैं। सबसे ज्यादा बेकार हालत बैंकों के बाहर की है। जहां लोग मानने को तैयार ही नहीं हैं।
जेएनएन, बदायूं : सरकार हर कोरोना पॉजीटिव केस को गंभीरता से ले रही है लेकिन बहुत से लोग हैं जो कोरोना की वजह से मौतें होने के बाद सुधरने को तैयार नहीं हैं। बिना शारीरिक दूरी का पालन किए एक-दूसरे से सटकर खड़े हो रहे हैं। सबसे ज्यादा बेकार हालत बैंकों के बाहर की है। जहां लोग मानने को तैयार ही नहीं हैं।
लाबेला चौक स्थित प्रथमा सर्व यूपी ग्रामीण बैंक के चैनल के बाहर खाताधारक एक-दूसरे से सटकर खड़े रहे। बारी-बारी से ही बैंक के भीतर लोगों को प्रवेश दिया गया। ऐसी ही हालत कश्मीरी चौक स्थित भारतीय स्टेट बैंक की कृषि शाखा की थी। मुहल्ला टिकटगंज की बैंक ऑफ बड़ौदा की शाखा पर भीड़ रही। कोई चैनल पकड़कर खड़ा रहा तो कोई उसके पीछे खड़ा था। महिलाएं जरुर शारीरिक दूरी का पालन कर रही थी और लंबी कतार में लगी रहीं। तेज धूप से बचने को बहुत सी महिलाओं ने अपनी जगह पर चप्पल रख दी।