महिला अस्पताल में भर्ती नहीं की गर्भवती, तड़प कर तोड़ा दम
जागरण संवाददाता बदायूं जिला महिला अस्पताल में प्रसव को आई गर्भवती महिला को स्टाफ ने भर्ती नहीं किया। उसको कोरोना की जांच कराने की बात कहते हुए महिला अस्पताल से भगा दिया। प्रसव पीड़ा से परेशान महिला ने जिला अस्पताल गेट पर टेंपो से गिरने पर दम तोड़ दिया। मृतका के परिजन सिस्टम से आहत होकर शव अपने घर ले गए।
जागरण संवाददाता, बदायूं : जिला महिला अस्पताल में प्रसव को आई गर्भवती महिला को स्टाफ ने भर्ती नहीं किया। उसको कोरोना की जांच कराने की बात कहते हुए महिला अस्पताल से भगा दिया। प्रसव पीड़ा से परेशान महिला ने जिला अस्पताल गेट पर टेंपो से गिरने पर दम तोड़ दिया। मृतका के परिजन सिस्टम से आहत होकर शव अपने घर ले गए।
गुरुवार को हजरतपुर थाना क्षेत्र के गांव उलैहतापुर निवासी वेदप्रकाश की पत्नी गीता देवी को प्रसव पीड़ा हुई। परिजनों ने एंबुलेंस 108 को फोन किया। एंबुलेंस से गर्भवती को परिजन लेकर जिला महिला अस्पताल पहुंचे। चूंकि महिला अस्पताल में एक कोरोना संदिग्ध की वजह से ओपीडी बंद थी तो महिला को इमर्जेंसी में ले जाने की बात कही। परिजन उसको लेकर इमर्जेंसी में पहुंचे तो वहां पर मौजूद दो आशा वर्कर और एक नर्स ने गर्भवती को भर्ती नहीं किया। उन्होंने कहा कि पहले कोरोना की जांच कराकर लाएं। परिजनों के मुताबिक वहां मौजूद आशा वर्कर और नर्स ने निजी अस्पताल ले जाने का सुझाव देते हुए एक दो नाम भी बताए। परिजन उसको लेकर जिला अस्पताल पहुंचे जहां बेहोशी छाने पर महिला टेंपो से नीचे गिर गई। प्रसव पीड़ा से तड़पते हुए महिला ने दम तोड़ दिया। मौके पर पुलिस भी पहुंची, लेकिन परिजन सिस्टम से परेशान होकर शव अपने गांव ले गए।