कांवड़यात्रा की तैयारी में जुटे पुलिस-प्रशासनिक अफसर
जेएनएन बदायूं कांवड़यात्रा और बकरीद के त्योहार को लेकर जिला प्रशासन अलर्ट हो गया है। किसी भी तरह की गड़बड़ी रोकने के लिए प्रशासन ने पूरी व्यवस्था कर ली है। धार्मिक स्थल पर 50 से लोगों से अधिक की भीड़ जमा नहीं होने दी जाएगी।
जेएनएन, बदायूं : कांवड़यात्रा और बकरीद के त्योहार को लेकर जिला प्रशासन अलर्ट हो गया है। किसी भी तरह की गड़बड़ी रोकने के लिए प्रशासन ने पूरी व्यवस्था कर ली है। धार्मिक स्थल पर 50 से लोगों से अधिक की भीड़ जमा नहीं होने दी जाएगी। सार्वजनिक स्थान पर कुर्बानी की अनुमति नहीं दी जाएगी। कावड़ यात्रा के दौरान सभी मुख्य मार्गों पर पर्याप्त संख्या में पुलिस फोर्स तैनात रहेगा।
उत्तराखंड सरकार ने तो कांवड़यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया है, लेकिन यहां जिले में कांवड़यात्रा निकालने की तैयारी की जा रही है। शासन स्तर से भी इसके लिए संकेत दिए जा चुके हैं। सावन के महीने में ही बकरीद का त्योहार भी है, इसलिए जिला प्रशासन को दोहरी सतर्कता बरतनी पड़ेगी। सावन में कावड़ यात्रा निकलती है। बड़ी संख्या में कावड़िया जलाभिषेक करने को निकलते हैं। हर मुख्य मार्ग पर कावड़ियों का जत्था बम-बम भोले के जयकारों के साथ गुजरता है। बीते दो साल कोरोना संक्रमण की वजह से कावड़ यात्रा को सरकार ने अनुमति नहीं दी थी, लेकिन इस बार कावड़ यात्रा को सरकार की ओर से निकाले जाने की हरी झंडी दे दी गई है। हालांकि कोविड गाइड लाइन का पालन कराने की हिदायत भी दी गई है। इस बीच बकरीद का त्योहार भी है। मुस्लिम समाज के लोग बकरीद की तैयारियों में जुटे हुए हैं। कांवड़ और बकरीद साथ-साथ होने की वजह से प्रशासन काफी सजग है। कहीं पर किसी तरह की कोई बात न हो इसके मद्देनजर शांति कमेटी की मीटिग भी आयोजित हो रही है। प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा सभी लोगों से बकरीद को प्रेम और भाईचारे के साथ मनाए जाने का आह्वान किया जा रहा है। कांवड़ और बकरीद को लेकर आज जिला स्तर पर अधिकारियों की मीटिग भी होनी थी, जो किसी कारणवश नहीं हो सकी, लेकिन प्रशासन इन दोनों को लेकर पूरी तरह से गंभीर और अलर्ट है। जोनल और सेक्टर मजिस्ट्रेट बनाए जाएंगे। पुलिस फोर्स की की पर्याप्त व्यवस्था रहेगी।
वर्जन ::
किसी भी धार्मिक स्थल पर 50 से अधिक लोगों को इकट्ठा नहीं होने दिया जाएगा। जिन मार्गों से कावड़यात्रा निकलती है उन पर पर्याप्त संख्या में पुलिस फोर्स तैनात रहेगा। ताकि किसी श्रद्धालु को कोई दिक्कत न हो, इसके अलावा बकरीद के मौके पर सार्वजनिक स्थान पर कुर्बानी नहीं होने दी जाएगी। कोरोना गाइडलाइन का पालन सुनिश्चित कराया जाएगा। किसी भी तरह की खुराफात करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
संकल्प शर्मा, एसएससी