मरहम हड़प गए जिम्मेदार आंसू बहा रहा राजमार्ग
मुरादाबाद-फर्रुखाबाद राजमार्ग अपनी दुर्दशा पर लंबे समय से आंसू बहा रहा था।
उसावां : मुरादाबाद-फर्रुखाबाद राजमार्ग अपनी दुर्दशा पर लंबे समय से आंसू बहा रहा था। दर्द देख शासन स्तर से जख्मों को भरने के लिए मरहम के नाम पर लाखों रुपया आया। महीने भर पहले जिम्मेदारों ने राजमार्ग के जख्म भरे तो मानक को दरकिनार कर। मरहम को जिम्मेदार ही हड़प गए। इसी वजह से राजमार्ग फिर से उखड़ने लगा है। हाईवे में फिर से बड़े-बड़े गड्ढे बन गए। कोलतार कम लगने से उखड़ रही बजरी से अक्सर बाइक सवार फिसल रहे हैं।
क्षेत्रीय लोगों ने सड़क के पुन: मरम्मतीकरण की मांग उठाई है। करीब दो साल से गड्ढे वाली टूटी राजमार्ग सड़क का दंश झेल रहे लोगों ने राजमार्ग की मरम्मत शुरू होने पर राहत महसूस की, उन्हें लगा कि संकट टल गया लेकिन उनकी यह खुशी चंद दिनों के बाद फिर दुख में बदल गई। कमीशनखोरी के चलते घटिया सामग्री से मानक के विपरीत मरम्मत हुई सड़क फिर से उखड़ने लगी है। कस्बा के समीप नगला लिंक रोड, थाने के सामने और नगर पंचायत के दोनों स्वागत द्वार के पास रोड बुरी तरह उखड़ गई है। इसके साथ ही राजमार्ग स्थित धर्मपुर, सौंधामई, बुधुआ नगला, मरौरी और जवाहर नगला के पास सड़क गड्ढा युक्त हो गई। शीघ्र उक्त हाईवे पर जिम्मेदारों की नजरे इनायत न हुई तो आगामी समय में सड़क सरकार के गड्ढा मुक्त अभियान पर पानी फेरती नजर आएगी।
लोग बोले- कार्यदायी संस्था के खिलाफ हो कार्रवाई फोटो 14 बीडीएन - 06
सड़क खराब होने से आवागमन में दिक्कत होती है। कई जगहों पर सड़क की पुरानी लेयर निकल आई है। समय रहते सड़क की पुन: मरम्मत की जानी चाहिए।
- गौरव ¨सह।
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बात सिर्फ सड़क टूटने की नहीं है। यहां सरकार के भ्रष्टाचार मुक्ति अभियान को भी झटका लग रहा है। यदि मरम्मत में कमीशन खोरी न हुई होती तो सड़क इतनी जल्दी उखड़ने का सवाल ही नहीं।
- राजीव यादव
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मुश्किल से तो सालों बाद सड़क की मरम्मत हो पाई। उसमें भी मानक के विपरीत गुणवत्ता का यह दंश। कार्यदाई संस्था के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
- शीषराम
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उखड़ी सड़क हादसों को बढ़ावा दे रही है। गड्ढे बचाने के चक्कर वाहन चालक गलत साइड चुन लेते हैं। फलस्वरूप हादसे घटित हो जाते हैं। जिम्मेदारों को ध्यान देना चाहिए।
- राजबहादुर ¨सह।
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