राजस्थान के हैं दोनों आरोपित, ठिकाने तलाशे
पलिया गूजर गांव में बदमाश बताते हुए ग्रामीणों द्वारा दो किशोरों को बंधक बनाने के प्रकरण की जांच की जा रही है।
दातागंज : पलिया गूजर गांव में बदमाश बताते हुए ग्रामीणों द्वारा दो किशोरों को बंधक बनाने के मामले में पुलिस ने दोनों की बमुश्किल छुड़ाया और गुरुवार को पूछताछ की। अभी तक पुलिस इन्हें राजस्थान के घुमंतू बता रही है। इनके परिवार वालों से भी पुलिस ने पूछताछ की है। साथ ही इनके ठिकाने भी तलाशे गए।
कोतवाली इलाके के गांव पलिया गूजर में कई दिन से लूटपाट करने वाले बदमाशों का गिरोह आ रहा था। इससे ग्रामीण काफी दहशत में थे। जबकि बुधवार शाम दो किशोरों को गांव वालों ने बदमाश बताते हुए बंधक बना लिया था। पुलिस उन्हें छुड़ाने पहुंची तो भीड़ ने टीम को दौड़ा दिया। इसके बाद दातागंज के अलावा हजरतपुर, मूसाझाग, बिनावर, उसावां और अलापुर थानों की पुलिस समेत सीओ दातागंज मौके पर पहुंचे। तब भी ग्रामीणों ने पुलिस को खदेड़ने की कोशिश की। पुलिस से तीखी झड़प भी हुई। हालात काबू करने के लिए पीएसी बुलानी पड़ गई। तकरीबन चार घंटे की मशक्कत के बाद देर रात 11.30 बजे पुलिस ने दोनों को विरोध के बीच ग्रामीणों के चंगुल से छुड़ा लिया।
ताबड़तोड़ हुई थी फाय¨रग
गांव वाले बदमाशों की आहट से इतने खौफजदा थे कि दोनों किशोरों को पकड़ने के बाद भी जहां भी उन्हें आहट होती, उस दिशा में फायर झोंक देते। इस घटना से पुलिस भी काफी सहमी नजर आई। कोई बड़ा कांड न हो जाए, इस लिहाज से पुलिस ने हर पैंतरा आजमाया। पुलिस ने बल प्रयोग किया तो भीड़ उग्र हो गई। किसी तरह समझाकर दोनों को बचाया। राजस्थान के हैं घुमंतू
पूछताछ में किशोरों ने अपना नाम भी बताया। राजस्थान के रहने वाले हैं। 50 लोगों के परिवार के साथ दयोरी गांव के जंगल में डेरे बनाकर रह रहे हैं। दोनों ने बताया कि दूध लेने के चक्कर में गांव तक पहुंच गए। यहां भीड़ ने उन्हें दबोच लिया। वहीं पुलिस ने इनके डेरे खंगाले तो दुधारू पशु भी वहां मौजूद मिले, ऐसे में दूध लेने के बात पुलिस के गले नहीं उतर रही है। क्योंकि दयोरी से पलिया पहुंचने में दातागंज भी बीच में पड़ता है, ऐसे में दोनों वहां क्यों पहुंचे, इस सवाल का जवाब दोनों नहीं दे पा रहे हैं। वर्जन
घुमंतू परिवारों से पूछताछ की जा रही है। उनके साथी जहां बसे हैं, वहां भी छापामारी की गई। मामले की गहनता से छानबीन की जा रही है। जो भी परिणाम आएगा, उसी आधार पर कार्रवाई करेंगे।
- अमृतलाल, कोतवाल दातागंज