कोरोना के खात्मे को राज्यमंत्री ने किया अन्न का त्याग
कोरोना से हो रही मौतों से नगर विकास राज्यमंत्री महेश चंद्र गुप्ता आहत हैं। दुनिया से कोरोना के खात्मे के लिए उन्होंने अन्न का त्याग कर दिया है। आतंकवाद के खात्मे के लिए छह साल तक अन्न का त्याग करने वाले राज्यमंत्री का कहना है कि भूखा-प्यासा रहकर दूसरों के लिए प्रार्थना करने पर हरिबोल महाराज की कृपा जरूर होती है।
जेएनएन, बदायूं : कोरोना से हो रही मौतों से नगर विकास राज्यमंत्री महेश चंद्र गुप्ता आहत हैं। दुनिया से कोरोना के खात्मे के लिए उन्होंने अन्न का त्याग कर दिया है। आतंकवाद के खात्मे के लिए छह साल तक अन्न का त्याग करने वाले राज्यमंत्री का कहना है कि भूखा-प्यासा रहकर दूसरों के लिए प्रार्थना करने पर हरिबोल महाराज की कृपा जरूर होती है। उन्होंने संकल्प लिया है कि जब तक कोरोना खत्म नहीं हो जाता अन्न ग्रहण नहीं करेंगे।
वर्ष 2008 में जब आतंकी घटनाएं बढ़ गई थीं। देश के जवान शहीद हो रहे थे। राज्यमंत्री ने तब भी इसी तरह द्रवित हुए थे और 30 नवंबर 2008 को प्रतिज्ञा की थी कि जब तक देश में आतंकवादियों का खात्मा नहीं हो जाता अन्न ग्रहण नहीं करेंगे। 2014 में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद आतंकवाद का सफाया हुआ। कश्मीर से धारा 370 व 35 ए भी हटाई गई। उन्होंने सोना न छूने और न पहनने की भी प्रतीज्ञा ले रखी है। इससे पूर्व अपने जन्मस्थान दहगवां के गांवों में आई बाढ़ का दौरा करने के दौरान ग्रामीणों की पीड़ा देखकर प्रतीज्ञा की थी कि जब तक ईसमपुर से मालपुर तक बाध नहीं बन जाएगा एक समय ही अन्न ग्रहण करेंगे। अब वहां 14 किमी का बांध बन चुका है, जिससे वहां के लोगों की समस्या का स्थायी निदान हो चुका है। सहसवान क्षेत्र में हरदत्तपुर घाट पर पुल निर्माण के लिए भी एक समय अन्न का त्याग किया था। पिछले दिनों जब अयोध्या में राम मंदिर के लिए धन संग्रह अभियान चल रहा था, तब उन्होंने अपने उपहारों की प्रदर्शनी लगाकर मंदिर के लिए 51 लाख रुपये एकत्रित कर समर्पित किया था। अब 26 अप्रैल को अपने नाती विश्वप्रिय के जन्मदिन पर उन्होंने दुनिया से कोरोना के खात्मे के लिए अन्न त्याग का संकल्प लिया है।