रहस्यमय ढंग से लौट आया अगवा ड्राइवर
अगवा ड्राइवर रहस्यमय ढंग से लौट आया।
- पुलिस छान रही कटरी की खाक, बहन के घर छिपा था राजेंद्र
- खुद कोतवाली लौटा तो पुलिस ने बयान दर्ज कर घर लौटाया संस, दातागंज : भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा के ब्रज क्षेत्र अध्यक्ष रामशरण पाल के ड्राइवर राजेंद्र का न तो अपहरण हुआ था और न ही भाजपा नेता ने भागकर जान बचाई थी। मारपीट के बाद ड्राइवर वहां से भाग गया था और भाजपा नेता ने थाने पहुंचकर अपहरण व लूट का मुकदमा लिखा डाला। पुलिस ने मंगलवार को इस मामले का पटाक्षेप कर दिया है। वहीं ड्राइवर का बयान भी दर्ज किया गया है।
रामशरण पाल ने शनिवार रात पुलिस को सूचना दी थी कि उनके ड्राइवर का अपहरण कर लिया गया। रुपयों के लेनदेन को लेकर हुए झगड़े के दौरान इस वारदात की तहरीर भी दे डाली। पुलिस ने घटना को सत्य मानते हुए गांव रुधैली के सुरेंद्र समेत उसके तीन बेटों अवधेश, आर्येंद्र व महेश के खिलाफ अपहरण, लूट समेत कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया। इसके बाद से पुलिस कटरी में ड्राइवर की तलाश में खाक छानती रही। जबकि भाजपा नेता अपने घर चले गए। मंगलवार को राजेंद्र खुद थाने पहुंच गया। यहां उसने बताया कि नेताजी ने झूठी तहरीर दी थी। वह मारपीट से बचने को भाग गया था और बरेली के थाना दियोरनिया इलाके में गांव बहेड़ी निवासी अपनी बहन ऊषा देवी के घर पर आराम से रह रहा था। मामला पता लगा तो यहां चला आया। पुलिस ने उसका बयान दर्ज कर लिया है। इधर, भाजपा नेता की इस झूठी तहरीर देने की हरकत से लोगों में उनके प्रति अविश्वास की भावना भी बढ़ गई है। वर्जन
ड्राइवर ने खुद बताया है कि वह बचकर भागा था और बहन के यहां छिपा था। उसने अपहरण या लूट जैसी घटना से खुद इन्कार किया है। इसी आधार पर मुकदमे से धाराएं हटाई जाएंगी। उसे वापस भेज दिया गया है।
- गोविद सिंह, कोतवाल दातागंज