जीजा-साले के गिरोह ने दहलाया था प्रेमीनगला
प्रेमी नगला में जीजा-साले के गिरोह ने डकैती के बाद हत्या की थी।
बदायूं : डकैतों का कच्छा बनियानदारी गिरोह जीजा-साले चला रहे हैं। उन्हीं के गिरोह ने प्रेमीनगला गांव को दहलाया था। इसमें गिरोह के मुखिया कल्लू का साला ग्रामीणों के हाथों पकड़ा जा चुका है। जबकि कल्लू और उसके पूरे गिरोह की धरपकड़ के लिए बदायूं पुलिस शाहजहांपुर पुलिस की भी मदद ली रही है। जीजा-साले के गिरोह ने शुक्रवार की देर रात प्रेमीनगला में तीन घरों में लूटपाट कर ग्रामीण हरीश की गोली मार कर हत्या कर दी और ग्रामीणों के मोर्चा लेने पर डकैत फरार हो गए थे।
कादरचौक पुलिस गिरफ्तार बदमाश को जेल भेज चुकी है। साथ ही कल्लू और जेल भेजे गए बदमाश का आपराधिक रिकार्ड खंगाल रही है। फरार बदमाश के कुछ साथियों को भी पुलिस ने उठाकर पूछताछ शुरू कर दी है। वहीं, डकैती में हत्या के बाद से गांव में दहशत का माहौल बना हुआ है।
गांव में शुक्रवार रात घुसी बदमाशों के गिरोह ने दो घरों में लूटपाट कर लाखों का माल समेट लिया था। -तीसरे घर में वारदात को अंजाम देते वक्त गृहस्वामी हरीश चंद्र के जागने और एक बदमाश को पकड़ने पर उसकी हत्या कर दी। इस दौरान भीड़ ने एक बदमाश को घेराबंदी करके पकड़ भी लिया था। रविवार को पूछताछ में आरोपित ने अपना नाम जतिन कश्यप निवासी गांव भेरिया हरिद्वारपुर थाना अनूपशहर, बुलंदशहर बताया। अपने एक साथी कल्लू निवासी कस्बा कलान, शाहजहांपुर बताया। जतिन का कल्लू बहनोई बताया जा रहा है। जबकि बाकी के बदमाशों को कल्लू ही अपने साथ लेकर आया था। ऐसे में कल्लू की गिरफ्तारी पर ही उसके साथियों के नाम प्रकाश में आएंगे, वहीं गांव वालों का सामान व नकदी भी उसी के पास से मिलेगी। साजिशकर्ता भी आएंगे सामने
गांव में घुसकर ऐसी वारदात को अंजाम देने की घटना की साजिश में गांव के भी किसी व्यक्ति के शामिल होने की अटकलें हैं। क्योंकि बदमाश ने खुद कबूला कि पूरे घटनाक्रम को योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दिया गया है। रैकी भी पहले ही की जा चुकी थी। जाहिर है कि बदमाश रैकी के लिए गांव में कई बार पहले भी आए होंगे और उनका शरणदाता भी आसपास इलाके में रहता होगा। वर्जन ::
फिलहाल बुलंदशहर और शाहजहांपुर को टीमें रवाना की गई हैं। कल्लू की गिरफ्तारी का पूरा प्रयास किया जा रहा है। उसे पकड़ने के बाद ही गिरोह के अन्य सदस्यों के चेहरे प्रकाश में आएंगे, वहीं गांव वालों का सामान और नकदी भी मिलेगी।
- हरिभान सिंह, एसओ कादरचौक