अपहरण का नाटक रचने वाले मां-बेटा गिरफ्तार
महिला ने विरोधियों को फंसाने के लिए अपने पुत्र के अपहरण का नाटक रच कर ग्रामीणों के खिलाफ अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई थी लेकिन पड़ताल में मामला कुछ और ही निकला। पुलिस ने पूरा मामला फर्जी पाया।
फोटो 06 बीडीएन - 51 - पड़ोसियों को फंसाने के लिए रची गई साजिश
- मैनपुरी में कथावाचक बनकर रहा था लवलेश संसू, म्याऊं : महिला ने विरोधियों को फंसाने के लिए अपने पुत्र के अपहरण का नाटक रच कर ग्रामीणों के खिलाफ अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई थी, लेकिन पड़ताल में मामला कुछ और ही निकला। पुलिस ने पूरा मामला फर्जी पाया। झूठी रिपोर्ट लिखाने वाली महिला व कथित अपहर्ता के खिलाफ भी कार्रवाई करते हुए जेल भेज दिया।
थानाध्यक्ष अलापुर कृष्ण गोपाल शर्मा ने बताया,12 मई को सत्यवती पत्नी वीरेंद्र निवासी गांव ढाका थाना अलापुर ने अपने 19 वर्षीय पुत्र लवलेश पुत्र वीरेंद्र की गुमशुदगी दर्ज कराई थी। गुमशुदगी की जांच 24 मई को तत्कालीन उपनिरीक्षक कुलदीप सिंह थाना अलापुर को सौंपी गई थी। सत्यवती ने अपने पुत्र लवलेश के अपहरण की आशंका बताते हुए लगातार उच्च अधिकारियों को प्रार्थना पत्र दे रही थी। आरोप लगाए जा रहे थे कि अशोक आदि लोगों ने उसके पुत्र का अपहरण कर लिया है। सत्यवती के आवेदन व बयानों के आधार पर गुमशुदगी को अपरहण में बदला गया। विवेचक ने गुमशुदा को 10 जून को जनपद मैनपुरी से बरामद किया। वह कथा वाचक बनकर मैनपुरी में रह रहा था। अपने अपहरण की साजिश में अपनी मां सत्यवती सहित खुद भी सम्मिलित था। सत्यवती ने पूर्व में हुए झगड़े का बदला लेने के लिए अपहरण का झूठा मुकदमा लिखवाया था। विवेचक की इस अंतिम रिपोर्ट पर गुमशुदा व उसकी मां सहित तीन के विरुद्ध थाना अलापुर पर एनसीआर दर्ज हुई। जिसकी विवेचना कर रहे चौकी म्याऊं प्रभारी रणजीत बहादुर सिंह ने अपहरण का झूठा मुकदमा लिखाने वाली सत्यवती उसके पुत्र लवलेश व अन्य अशोक के विरुद्ध न्यायालय से गिरफ्तारी वारंट जारी कराए। सत्यवती व उसके पुत्र लवलेश को शुक्रवार को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया।