स्वास्थ्य कर्मचारी धरने पर डटे, सीएमओ हटे
विभिन्न मांगों को लेकर जिलेभर के सीएचसी, पीएचसी के डॉक्टर व कर्मचारियों ने वेतन न मिलने पर प्रदर्शन किया।
बदायूं : शासन से लापरवाही के आरोप में निलंबित किए गए सीएमओ डॉ. आशाराम ने भले ही हाईकोर्ट के आदेश पर यहां का चार्ज संभाल लिया लेकिन उनके वित्तीय अधिकार बहाल नहीं हुए हैं। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों का दो महीने से वेतन नहीं मिला है। इसी के चलते कर्मचारियों ने सोमवार को धरना प्रदर्शन किया। आने वाले दिनों में आंदोलन को गति देने की योजना भी बनाई थी। एलआइयू ने जानकारी शासन को पहले ही भेज दी। इसलिए धरना-प्रदर्शन के दौरान ही विशेष सचिव ने एडी को फरमान जारी करते हुए वरिष्ठता के आधार पर डॉ. आशाराम को एडी कार्यालय बरेली में जेडी के पद पर कार्यभार ग्रहण कराने का निर्देश दे दिया है।
डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन उत्तर प्रदेश जनपद शाखा बदायूं के बैनर तले अध्यक्ष डॉ. वीके मिश्रा की अगुवाई में जिले के सीएचसी-पीएचसी पर तैनात स्टाफ समेत सीएमओ कार्यालय के अधिकारी-कर्मचारी सोमवार को दो महीने से वेतन न मिलने के विरोध में धरने पर बैठ गए। कर्मचारियों का कहना था कि वेतन न मिलने के कारण वह आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। ऐसे में 19 अक्टूबर से दो घंटे कार्य बहिष्कार की चेतावनी भी दी गई। धरने में अन्य कर्मचारी संगठन भी शामिल हो चुके थे। इधर, 19 अक्टूबर से होने वाला कार्य बहिष्कार भी अब स्थगित होने की अटकलें हैं। महामंत्री प्रदीप चतुर्वेदी, बेवी सैनी, दीपा जोशी, स्टैला ¨सहस, गीता रानी, लता सक्सेना, मंजू शर्मा सरोजवाला, आसिफ जैदी आदि मौजूद रहे।
एसीएमओ डॉ. मंजीत ¨सह को प्रभारी सीएमओ बनाया गया
विशेष सचिव ने एडी हेल्थ बरेली मंडल बरेली को जारी पत्र में स्पष्ट लिखा है कि सीएमओ का निलंबन शासन ने 12 अक्टूबर को खत्म करने के साथ ही वरिष्ठता के आधार पर उन्हें एडी कार्यालय में जेडी के पद पर तैनात करने का फैसला लिया है। जबकि उनके स्थान पर फिलहाल एसीएमओ डॉ. मंजीत ¨सह को प्रभारी सीएमओ बनाया गया है। कुल मिलाकर हाईकोर्ट का आदेश लेकर लौटे डॉ. आशाराम अब यहां से हटा दिए गए हैं।