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प्रदूषण हुआ कम पर एयर क्वालिटी इंडेक्स अब भी दोगुना

तेजी से बढ़ते पर्यावरण प्रदूषण को देखते हुए पराली जलाने को प्रतिबंधित किया जा चुका है लेकिन खेतों में किसान पराली जला रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 06 Nov 2019 12:15 AM (IST)Updated: Wed, 06 Nov 2019 12:15 AM (IST)
प्रदूषण हुआ कम पर एयर क्वालिटी इंडेक्स अब भी दोगुना
प्रदूषण हुआ कम पर एयर क्वालिटी इंडेक्स अब भी दोगुना

जागरण संवाददाता, बदायूं : जिले में मंगलवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स सोमवार के अपेक्षा काफी कम हुआ है। हालांकि अभी भी यह सामान्य वातावरण के दोगुने के आसपास है। नतीजतन पर्यावरण में अभी भी जहर घुला हुआ है। दिन ढलते ही अंधेरे और धुंध के कारण वाहन चालकों को लाइटें जलाकर गंतव्य तक पहुंचना पड़ा। जिले का एयर क्वालिटी इंडेक्स मंगलवार को 97 रिकार्ड किया गया। सोमवार को यह इंडेक्स 490 तक पहुंच गया था लेकिन अब खतरा कम होने लगा है। हालांकि यह इंडेक्स भी अभी ज्यादा है। क्योंकि साधारण इंडेक्स 50 का रहना चाहिए। जिला अस्पताल के त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ. गजेंद्र वर्मा का कहना है, स्मॉग के कारण अस्पताल में चेहरे पर झुर्रियां पड़ने, रंगत खोने समेत शरीर पर लाल चकत्ते पड़ने और त्चवा रूखी होने के मरीज आ ज्यादा आ रहे हैं। ऐसे में घर से जरूरी हो तभी निकलें। बिना मॉस्क के न निकलें और चेहरा ढककर निकलें। एसी का उपयोग पूरी तरह बंद कर दें। क्योंकि यह स्मॉग घुटन पैदा करता है और लोगों को सांस लेने में दिक्कत होती है। चेहरे पर सनस्कीन या मोश्चराइज क्रीम का उपयोग दिन में कम से कम दो बार करें। पानी अधिक से अधिक पिएं। प्यास न भी लगे तो भी पानी पिएं इससे त्वचा में नमी बनी रहेगी।

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जासं, बदायू् : तेजी से बढ़ते पर्यावरण प्रदूषण को देखते हुए पराली जलाने को प्रतिबंधित किया जा चुका है, लेकिन खेतों में किसान पराली जला रहे हैं। वहीं, जिम्मेदार अंजान बने हैं। एसएसपी एसएसपी अशोक कुमार त्रिपाठी का कहना है, एक भी मुकदमा अभी तक किसी थाने में दर्ज नहीं हुआ है। जबकि प्रदूषण की वजह से सांस लेने में दिक्कत हो रही है। सुबह से लेकर शाम तक कोहरे की तरह दिखने वाला धुंध छाया रहता है। लोगों को बीमारियां हो रही हैं।

गांव गुरुपुरी विनायक के पास वीरान गांव के जंगल में खेत में धान का अवशेष जलाया। गांव सिलहरी, बरातेगदार के खेतों में भी पराली जलाने का सिलसिला चल रहा है। कोर्ट के निर्देश के बाद भी न तो विभाग ने किसी किसान पर कार्रवाई की है और न ही प्रशासन ने इस ओर ध्यान देना शुरू किया है। वहीं, लेखपाल राकेश सक्सेना ने बताया कि खेत में पराली जलाने का मामला संज्ञान में आया है। जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई होगी।


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