फेसबुक, गूगल की मदद से अपराधी पकड़ने की कोशिश
फेसबुक पर पीएम मोदी को मारने की धमकी भरी पोस्ट अपलोड होने के बाद एजेंसियां सक्रिय हो गई।
बदायूं : पहले सीएम योगी की बिल्सी में हुई सभा में धमाके करने, फिर उसी आइडी से पीएम को मारने की धमकी देने के प्रकरण में अपराधी तक पहुंचने के लिए फेसबुक और गूगल की मदद ली जा रही है। पुलिस ही नहीं, खुफियां एजेंसी भी इस प्रकरण में गंभीरता से जांच कर रही हैं। वहीं फेसबुक और गूगल से भी संबंधित आइडी की कुंडली मांगी गई है। ताकि अपराधी तक पहुंचा जा सके।
बरेली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली से चंद दिन पहले बदायूं में एक एफबी पर बनाई फेक आइडी से उन्हें मारने की धमकी की पोस्ट अपलोड होने के बाद पुलिस महकमे से लेकर खुफिया एजेंसियां तक हरकत में हैं। हर पहलू पर जांच के साथ यह भी निकाला जा रहा है कि आखिरकार यह आइडी जेनरेट कहां हुई और इसे ऑपरेट कौन कर रहा है। आइडी मोबाइल से चलाई जा रही है या फिर लैपटॉप के जरिए पोस्ट डाली गई? तमाम जांच एजेंसियां इस मामले की तह तक जाने के लिए जुट चुकी हैं। गूगल को जारी किया मेल
- सुरक्षा एजेंसियों ने गूगल को भी इस मामले में मेल जारी करके पूरे प्रकरण की जानकारी दी है। इसके अलावा इस फेसबुक आइडी के बारे में कई बिदुओं पर रिपोर्ट मांगी गई है। अंदरखाने चर्चा यह भी है कि सर्विलांस की स्पेशल टीम भी मेरठ से पहुंची और पड़ताल में जुट गई है। रैली से पहले पकड़ने की कोशिश
- सभी टीमों का अब एक ही उद्देश्य है कि बरेली में प्रस्तावित पीएम की रैली से पहले ही इस हरकत के असली गुनाहगार को पकड़ा जा सके। ऐसे में इस काम को पुलिस समेत एजेंसियां प्राथमिकता के आधार पर लेकर काम कर रही हैं। अजयपाल ने कुबूला गुनाह
- दहगवां में दुकान के विवाद में फर्जी आइडी बनाकर सीएम की रैली में धमाके की पोस्ट करने के आरोपित अजयपाल ने अपना गुनाह कबूल लिया है। उसने माना है कि यह हरकत उसने की थी, ताकि मकान मालिक को फंसा सके, हालांकि उसके खिलाफ अन्य साक्ष्य भी जुटाए जा रहे हैं।
वर्जन
सीएम की रैली में धमाके करने की हरकत करने वाले ने अपना गुनाह कुबूल लिया है। पीएम को मारने की धमकी देने वाले को पकड़ने के लिए गूगल और फेसबुक से मदद ली जा रही है। कई एजेंसियां इस मामले में जुटी हुई हैं।
अशोक कुमार त्रिपाठी, एसएसपी