झंझट खत्म, अब अलग से खुलेगा विद्युत थाना
बिजली चोरी के मुकदमे दर्ज होने में पुलिस और पॉवर कारपोरेशन के बीच की रार अब खत्म हो जाएगी।
जागरण संवाददाता, बदायूं: बिजली चोरी के मुकदमे दर्ज होने में पुलिस और पॉवर कारपोरेशन के बीच होने वाली रार अब स्थाई तौर पर खत्म हो जाएगी। वजह है कि इन मुकदमों के लिए अलग से विद्युत थाना खोला जाएगा। इसमें विजिलेंस, पुलिस और पॉवर कारपोरेशन की एक-एक यूनिट तैनात की जाएगी। यही यूनिट लगातार अभियान चलाकर बिजली चोरों के खिलाफ मुकदमे दर्ज कराएगी। जिले भर में 22 थाने हैं। सभी थाना क्षेत्रों में पॉवर कारपोरेशन बिजली चोरी के खिलाफ अभियान चलाता है। वहीं बात जब मुकदमे की आती है तो पहले से ही स्टाफ की कमी के चलते लंबित विवेचनाओं के बोझ तले दबी पुलिस इन मुकदमों को दर्ज करने से कतराती है। नतीजतन दोनों महकमों में अक्सर रार बनी रहती है।
चंद दिन ही चला बिजली थाना
इसी समस्या के निस्तारण को पिछले साल शासन ने जिलेभर के बिजली चोरी के मुकदमे एक थाने में ही दर्ज कराने का फरमान जारी किया था। सिविल लाइंस थाने के विद्युत थाना बनाया गया लेकिन जिलेभर के मुकदमे दर्ज होने से जहां यहां अपराध का ग्राफ बढ़ा, वहीं जरीफनगर, हजरतपुर और फैजगंज बेहटा जैसे दूर-दराज इलाके के थाना क्षेत्रों के मामलों की विवेचना करने में पुलिस के पसीने छूट गए। नतीजतन यह प्रक्रिया चंद दिन बात ही समाप्त हो गई।
डिवीजन पर खुलेगा थाना
समस्या जस की तस होने पर शासन ने हर जिले में अलग से एक विद्युत थाना खोलने का निर्देश दिया है। बदायूं में यह थाना उसावां रोड स्थित डिजीजन आफिस परिसर में बनेगा। जगह चिह्नित होने के साथ ही अब पॉवर कारपोरेशन की सेकेंड्री वर्क्स यहां बि¨ल्डग का निर्माण करेगी।
विद्युत थाना बनाने का निर्देश मिल चुका है। बि¨ल्डग निर्माण के बाद यहां थाना चलने लगेगा। सारे कम्प्यूटर सिस्टम आदि की व्यवस्था हमारा विभाग ही करेगा। उम्मीद है कि अक्टूबर तक काम पूरा हो जाए।
- अताउर जफर, अधिशासी अभियंता प्रथम