शहर में बन रहा नकली पनीर, खाद्य विभाग पीट रहा असफलता की लकीर
जेएनएन बदायूं शहर
शहर में बन रहा नकली पनीर, खाद्य विभाग पीट रहा असफलता की लकीर
जेएनएन, बदायूं : शहर के ब्राह्मपुरा, नवादा, खेड़ा बुजुर्ग और सलारपुर के कई घरों में नकली पनीर बनाने का काम कई दिनों से चल रहा है। कई बार खाद्य विभाग ने यहां छापेमारी की, लेकिन कुछ दिन बंद होने के बाद यह काम फिर शुरू हो जाता है। जिले से प्रतिदिन तकरीबन पांच से छह क्विंटल पनीर की खपत इसी की होती है। हाईवे पर स्थित ज्यादातर ढाबों, होटलों पर यही नकली पनीर परोसा जा रहा है। हाल ही में खाद्य विभाग ने तीन भट्टियों को नष्ट कराने के साथ वहां से नमूने भरे थे। वह तीनों नमूने फेल हो गए हैं। लैब की रिपोर्ट में बताया गया है कि इस पनीर में फैट की मात्रा मात्र 2 से 3 प्रतिशत पाई गई है। जब कि पनीर में फैट की उपलब्धता 50 प्रतिशत या इससे अधिक होनी चाहिए। अब खाद्य विभाग इनके खिलाफ मुकदमा चलाने की तैयारी कर रहा है।
शहर में नकली पनीर बनाने का सबसे बड़ा अड्डा नवादा क्षेत्र है। यहीं पास में ही जगह सलारपुर भी है। इन दोनों स्थानों पर ही नकली पनीर बनाने का कारोबार जोरों पर चल रहा है। पूरे जिले की तो नहीं लेकिन शहर के कई होटल, रेस्टोरोंट और मिठाई की दुकानों पर इसी पनीर की सप्लाई भेजी जाती है। नवादा, खेड़ा बुजुर्ग और सलारपुर के गांवों में दिन भर भट्टियां धधकती रहती हैं, जिन पर क्रीम उतरा हुआ दूध और अन्य रासायनिक तरीके से बनाया जाने वाला पनीर तैयार किया जाता है। इसके अलावा शहर के ब्राह्मपुरा मुहल्ले में भी कई भट्टियों पर नकली पनीर बन रहा है। खाद्य विभाग जब कभी छापा मारता है तो यहां से कुछ नमूने भर लिए जाते हैं, लेकिन यह कारोबार कभी पूरी तरह से बंद नहीं हो सका। लोगों को सेहतमंद और स्वादिष्ट की जगह नकली पनीर लगातार बेंचा जा रहा है। कई बार पुलिस से भी इसकी शिकायत की गई, लेकिन पुलिस खाद्य विभाग से जुड़ा मामला होने के चलते बहुत अधिक दिलचस्पी नहीं दिखाते। इस पनीर के नकली और अशुद्ध होने की पुष्टि तब हुई जब खाद्य विभाग द्वारा अप्रैल माह में लिए गए तीन अलग अलग जगहों के नमूने की रिपोर्ट आई। जिसमें पनीर के अंदर फैट की मात्रा न के बराबर बताई गई। सहायक खाद्य आयुक्त सीएस मिश्रा ने कहा कि अप्रैल माह में लिए गए पनीर के तीन नमूने अधोमानक पाए गए हैं। तीनों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। नवादा क्षेत्र में बनाए रहे पनीर को लेकर समय समय पर कार्रवाई की जाती रहीं है। पूर्व में भी तीन भट्टियां तोड़ी गईं थी।
इनके लिए गए थे सैंपल, यह रही स्थिति
अप्रैल माह में खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों ने नवादा क्षेत्र में पनीर बनाने वाले राशिद, पप्पू और महेंद्र की भट्टी से नमूने लिए गए थे। इन तीनों के यहां ही नकली पनीर बनाने की आशंका को देखते हुए भट्टियां भी नष्ट करा दी गई थीं। अब लखनऊ लैब से इनके पनीर की भी रिपोर्ट आ गई है। जिसमें राशिद के यहां लिए गए नमूने में मात्र 3.1 प्रतिशत फैट निकला है। जबकि पप्पू के यहां से लिए गए पनीर के नमूने में 2.4 प्रतिशत और महेंद्र के यहां से लिए गए नमूने में 2.3 प्रतिशत फैट की मात्रा पाई गई है। मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी धनंजय शुक्ला ने बताया कि पनीर में कम से कम 50 प्रतिशत फैट की मात्रा होना जरूरी होता है।