Move to Jagran APP

डीएपी की किल्लत से सहकारी समितियों पर लटके ताले

जेएनएन बदायूं जिले में डीएपी की किल्लत बरकरार है। डीएपी की कमी को लेकर अब सहकारी

By JagranEdited By: Published: Fri, 12 Nov 2021 12:33 AM (IST)Updated: Fri, 12 Nov 2021 12:33 AM (IST)
डीएपी की किल्लत से सहकारी समितियों पर लटके ताले
डीएपी की किल्लत से सहकारी समितियों पर लटके ताले

जेएनएन, बदायूं : जिले में डीएपी की किल्लत बरकरार है। डीएपी की कमी को लेकर अब सहकारी समितियों पर ताले पड़ने लगे। जबकि अधिकारी समितियों पर भरपूर डीएपी की उपलब्धता होने का दावा कर रहे हैं। ऐसे में जिम्मेदारों के दावे खोखले साबित हो रहे हैं। इससे अन्नदाता गेहूं बोआई को डीएपी के लिए सुबह से सहकारी समितियों और इफको केंद्रों पर कतारों में लगने को मजबूर है। जिले में डीएपी की किल्लत का संकट थमने का नाम नहीं ले रहा है। सदर तहसील क्षेत्र के अलावा जिले के अन्य इलाकों में डीएपी की किल्लत से किसान परेशान हो चुके है। जिले में 72 सक्रिय समितियां है। जहां खाद की उपलब्धता के दावे किए जा रहे हैं। इसके साथ ही बदायूं की मंडी समिति स्थित इफको केंद्र पर पर्ची के साथ डीएपी का वितरण हो रहा है। जहां पहले पर्ची फिर डीएपी लेने को किसानों को लाइनों में लगना पड़ रहा है। गेहूं बोआई का समय का करीब है। इस वजह से किसानों को डीएपी की बेहद आवश्यकता पड़ रही है। इसके लिए किसान सुबह से सहकारी समितियों के सामने कतारों में धूप में सूखने को खड़ा हो जाता है। बावजूद डीएपी नहीं मिलती है। समय पर डीएपी न मिलने से किसान निजी दुकानों से मंहगे दामों में डीएपी खरीदने को मजबूर है। गुजरात से 70 हजार बोरी खाद आने की उम्मीद

loksabha election banner

जिले में खाद की भरपूर उपलब्धता के लिए गुजरात से खाद मंगाई जा रही है। बताया जा रहा है कि गुजरात से 70 हजार बोरी खाद मालगाड़ी के द्वारा शुक्रवार को आ जाएगी। खाद सक्रिय समितियों को वितरित की जाएगी। इससे खाद की कमी पूरी होगी। डीएम के आदेश को दरकिनार कर रहा गोगौजा समिति का सचिव

संसू, उघैती : सहसवान विकास खंड क्षेत्र की समितियां का भी यही हाल है। यहां के समितियों पर डीएपी का वितरण नहीं हो पा रहा है। किसानों का आरोप है कि सचिव ने गोदाम बंद कर दिया है, जिसको लेकर डीएपी नहीं मिल पा रही है। किसान प्राइवेट दुकानों से औने पौने दामों में डीएपी खरीदने को मजबूर है। बताया जाता है कि गोगौजा की समिति पर सचिव के द्वारा उचित कार्य न करने पर गोदाम बंद कराया गया था। लेकिन किसानों की परेशानी को देखते हुए डीएम के आदेश पर समिति को फिर से शुरू करवा दिया गया। इसके बावजूद अब समिति बंद है। समिति पर ताला पड़ा हुआ है। इससे किसान बैरंग लौट रहे है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.