रोके जाएंगे श्रद्धालु, छावनी बनेगा कछला घाट
कोरोना काल में कार्तिक पूर्णिमा पर कछला गंगा घाट पर जुटने वाली भीड़ को काबू में करना पुलिस प्रशासन के लिए किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं होगा।
जेएनएन, बदायूं : कोरोना काल में कार्तिक पूर्णिमा पर कछला गंगा घाट पर जुटने वाली भीड़ को काबू में करना पुलिस प्रशासन के लिए किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं होगा। स्थानीय श्रद्धालुओं को गंगा घाट पर शारीरिक दूरी का पालन कराने के लिए 40 सब इंस्पेक्टर समेत 120 पुलिसकर्मियों को जिले भर के अलग-अलग थानों से भेजा गया है तो उझानी कोतवाली में तैनात पुलिस फोर्स भी घाट पर लगाई गई है। भीड़ का अनुमान लगाते हुए डीएम कुमार प्रशांत ने कासगंज, सम्भल और बरेली के डीएम को पत्र भेजते हुए कहा है कि जिले के बार्डर पर वह श्रद्धालुओं को रोक दें।
हर साल कार्तिक पूर्णिमा पर कछला गंगा घाट पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु जुटते हैं। चूंकि उसी दिन मेला ककोड़ा में गंगा घाट पर स्नान होता है, इसलिए यहां ज्यादा भीड़ नहीं रहती। मगर, इस साल ककोड़ा मेले का आयोजन नहीं हुआ है इसलिए स्थानीय श्रद्धालु कछला गंगा घाट पर ही स्नान करने पहुंचे। स्थानीय श्रद्धालुओं के अलावा कछला गंगा घाट पर कासगंज से लेकर राजस्थान तक के श्रद्धालु पहुंचते हैं इसलिए वहां हर वर्ष से ज्यादा भीड़ जुटने की संभावनाएं बनी हुई हैं। खुफिया एजेंसियों ने भी इस बात की रिपोर्ट दी है कि इस बार लाखों की संख्या में श्रद्धालु कछला गंगा घाट पर पहुंचेंगे। खुफिया एजेंसी की रिपोर्ट के बाद जिला प्रशासन पूरी मुस्तैदी के साथ श्रद्धालुओं की भीड़ को काबू करने में जुट गया है। इस तैयारी के साथ ही एसएसपी संकल्प शर्मा के निर्देश पर एसपी सिटी प्रवीन सिंह चौहान ने कछला गंगा घाट पर लगने वाली पुलिस फोर्स की समीक्षा की। उन्होंने सभी की ड्यूटी तय करते हुए हर वर्ष से ज्यादा फोर्स इस बार वहां लगाया है।
पिछले वर्षो की अपेक्षा इस वर्ष कछला गंगा घाट पर ज्यादा भीड़ जुटने की बात सामने आ रही है। कोरोना काल में शारीरिक दूरी का पालन कराने के लिए फोर्स भी बड़ी संख्या में तैनात किया गया है। ताकि किसी जगह भीड़ न जुट सके। इसके अलावा समीपवर्ती जिलों के जिम्मेदार अफसरों से कहा गया है कि वह अपने बार्डर पर ही श्रद्धालुओं को रोक दें। यहां भी उनको रोकने की कोशिश की जाएगी।
-प्रवीन सिंह चौहान, एसपी सिटी
कछला : कार्तिक मास की पूर्णिमा गंगा स्नान का मुख्य पर्व है। कोरोना महामारी के चलते गंगा स्नान पर रोक लगी हुई है, लेकिन कछला गंगा घाट पर एक दिन पहले रविवार को ही हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। कछला और ककोड़ा में गंगा स्नान पर प्रतिबंध लगा हुआ है, लेकिन मुख्य स्नान पर्व की पूर्व संध्या पर ही गंगा स्नान के लिए लोग पहुंच गए। ट्रैक्टर-ट्राली और बैलगाड़ी के अलावा बाइक से भी लोग पहुंचे तो सुबह से लेकर शाम तक कछला चौराहे के पास जाम की स्थिति बनी रही। प्रशासन ने श्रद्धालुओं को रोकने के लिए कोई इंतजाम नहीं किया है। नगर पंचायत की ओर से लाउडस्पीकर से एनाउंस तो कराया गया था कि गंगा स्नान पर रोक लगी है, कोई भी व्यक्ति स्नान करने न आए, लेकिन कोई रोकटोक नहीं दिखी। अधिशासी अधिकारी सुरेंद्र प्रताप सिंह का कहना है कि कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान पर रोक होने की घोषणा करवा दी थी। अब भीड़ को रोकना पुलिस की जिम्मेदारी है।
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