बदायूं में डीएम के डेंगू पीड़ित चालक की मौत
जिले में बढ़ते जा रहे डेंगू का प्रकोप अब जिलाधिकारी कार्यालय तक पहुंच गया है। जिलाधिकारी के चालक की डेंगू की चपेट में आने के बाद गुरुग्राम स्थित मेदांता अस्पताल में सोमवार को मौत हो गई। वहीं जिले में 11 नए मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। इसमें अधिकतर शहर के हैं जिनमें से एक पुलिस लाइन और एक जिला जेल का मरीज शामिल हैं। अब जिले में डेंगू के कुल 94 मरीज हो गए हैं।
जागरण संवाददाता, बदायूं: जिले में बढ़ते जा रहे डेंगू का प्रकोप अब जिलाधिकारी कार्यालय तक पहुंच गया है। जिलाधिकारी के चालक की डेंगू की चपेट में आने के बाद गुरुग्राम स्थित मेदांता अस्पताल में सोमवार को मौत हो गई। वहीं जिले में 11 नए मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। इसमें अधिकतर शहर के हैं, जिनमें से एक पुलिस लाइन और एक जिला जेल का मरीज शामिल हैं। अब जिले में डेंगू के कुल 94 मरीज हो गए हैं।
जिले में पहली बार डेंगू के मरीजों की संख्या इतनी ज्यादा बढ़ी है। इससे पहले 2018 में डेंगू के सबसे ज्यादा 46 मरीज मिले थे। लगातार बढ़ते डेंगू मरीजों को देखते हुए जिला प्रशासन भी चिता में है। सोमवार सुबह ही जिलाधिकरी दीपा रंजन ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की बैठक बुलाई और डेंगू से निपटने के लिए प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिए। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग के द्वारा सोमवार को जिले के दातागंज, उझानी, गुलड़िया, जगत, समरेर, शहर के नेकपुर आदि स्थानों पर शिविर लगाकर लोगों की जांच की गई। सोमवार को करीब 432 लोगों की डेंगू की जांच की गई। एनएस-1 कार्ड से हुई जांच में कई डेंगू के संदिग्ध पाए गए, जिनका एलाइजा जांच के लिए सैंपल भी लिया गया। वहीं 11 में डेंगू की पुष्टि हुई। इसमें करीमपुर भमोरी का एक पुरुष, पुलिस लाइन का एक कर्मचारी, चमरिया दतागंज का एक पुरुष, ककरला अलापुर की एक महिला, उझानी कस्बे का एक पुरुष, सिविल लाइंस क्षेत्र का एक युवक, नेकपुर मुहल्ला एक पुरुष, बसोमा उझानी की एक महिला, रामपुर टांडा का एक पुरुष, जेल का एक बंदी, सिताबनगर जगत के एक युवक में डेंगू की पुष्टि हुई है। इन मरीजों की जानकारी कर सभी से बात की गई। अब मंगलवार को मलेरिया विभाग और स्वास्थ्य विभाग की टीमें इन क्षेत्रों में जाकर जांच करेंगी। सप्ताह भर से आ रहा था बुखार, शनिवार को बिगड़ी हालत
संसू, सिलहरी: जिलाधिकारी के ड्राइवर जगत ब्लाक क्षेत्र के गांव नगला सर्की निवासी ओमकार सिंह की बीते एक सप्ताह से तबीयत खराब चल रही थी। इसके चलते उन्होंने शहर की एक पैथोलाजी से डेंगू की जांच कराई थी। इसमें डेंगू की पुष्टि हुई थी। उनकी दो दिन पहले हालत बिगड़ गई तो स्वजन उन्हें लेकर मेदांता अस्पताल ले गए थे। जहां उनका इलाज चल रहा था। सोमवार को अचानक हालत बिगड़ने के बाद उनकी मौत हो गई। एसीएमओ को बनाया गया नोडल
जिले में बढ़ते जा रहे डेंगू के मरीजों को देखते हुए जिला प्रशासन अब ठोस कदम उठा रहा है। इसके लिए जिन क्षेत्रों में अधिक डेंगू के मरीज हैं। उन क्षेत्रों को रेड, यलो जोन बनाया जा रहा है। इन क्षेत्रों के नोडल अलग अलग एसीएमओ को बनाया गया है। सीडीओ निशा अनंत ने सभी एसीएमओ को निर्देश दिए हैं कि सुबह से लेकर शाम तक की अपडेट वह उन्हें देंगे। गांव में शिविर लगाकर लोगों की जांच कराएंगे। दहगवां में पांव पसार रहा डेंगू, निजी अस्प्ताल मरीजों से भरे
संवादसूत्र, दहगवां: स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते डेंगू ने दहगवां में भी पांव पसार लिए हैं। लगातार बुखार के आने के चलते जांच कराने पर लोगों में डेंगू की पुष्टि हो रही है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से इंतजाम दुरुस्त न होने के चलते लोग झोलाछाप और निजी अस्पतालों में इलाज करा रहे है, जबकि सरकारी अस्पताल खाली पड़ा है। नगर में 12 से अधिक लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई है। इनका इलाज निजी अस्पताल में चल रहा है। ऐसा ही हाल ग्रामीण इलाकों मे भी है। कंचनपुर में बुखार से दो की मौत, ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन
संसू, म्याऊं: ब्लाक म्याऊं क्षेत्र के ग्राम कंचनपुर में बुखार का प्रकोप फैला हुआ है। ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ नारेबाजी कर इंटरनेट मीडिया पर वीडियो वायरल किया। जिलाधिकारी से बीमारी से बचाने की गुहार लगाई है। ग्राम कंचनपुर में शनिवार को बुखार से सोनू की मौत हो गई थी। इसके अलावा गांव के ही मन्नू की बुखार से हालत खराब है। जिन्हें बरेली के निजी अस्पताल मे भर्ती कराया गया। ग्रामीणो का आरोप है की म्याऊं व अलापुर सरकारी अस्पताल मे कई बार गांव मे बुखार फैलने की सूचना दी, लेकिन आज तक कोई भी टीम गांव मे नही आई है। गांव में सफाईकर्मी सफाई करने भी नहीं आता है। जिससे गाव मे अंदगी फैली है। सोमवार को एक बच्चे की मौत से गुस्साए कंचनपुर के ग्रामीणों ने नारेबाजी की।