दो बेटियों व इकलौते बेटे की मौत से बुझ गया घर का चिराग
सड़क हादसे ने मुहल्ला सम्राट अशोक नगर निवासी विद्युत विभाग के कर्मचारी प्रभाकर शर्मा के परिवार की खुशियां छीन ली। राजस्थान में बालाजी के दर्शन को जाते समय मथुरा में हुए हादसे में उनकी दो बेटियां और इकलौते बेटे की मौत हो गई। इससे उनके घर का चिराग भी बुझ गया।
जेएनएन, बदायूं : सड़क हादसे ने मुहल्ला सम्राट अशोक नगर निवासी विद्युत विभाग के कर्मचारी प्रभाकर शर्मा के परिवार की खुशियां छीन ली। राजस्थान में बालाजी के दर्शन को जाते समय मथुरा में हुए हादसे में उनकी दो बेटियां और इकलौते बेटे की मौत हो गई। इससे उनके घर का चिराग भी बुझ गया।
हादसे में बेटियां, बेटे और होने वाले दामाद के शव को देखकर स्वयं भी घायल प्रभाकर शर्मा बेहोश हो गए। हादसे की खबर जैसे ही उनके मुहल्ले में पहुंची तो सभी उनके घर की ओर दौड़े, मगर घर पर ताला लटका था। उनके पड़ोसी कह रहे थे कि पूरे परिवार को वह साथ ले गए। बेटा रोहित जाने से इन्कार कर रहा था। लेकिन, उन्होंने मनाकर उसको भी साथ जाने के लिए तैयार कर लिया। बेटी का रिश्ता तय करने के बाद उन्होंने बालाजी जाने का कार्यक्रम तय किया था। शुक्रवार को प्रभाकर ने अपने होने वाले दामाद को भी घर बुला लिया। कहा कि वह बालाजी दर्शन करने जा रहे हैं। इसलिए, वह भी साथ में चलें। मुहल्ले के ही अमरपाल सिंह की वैन को उन्होंने बुक कर लिया। शुक्रवार रात 11 बजे खाना खाने के बाद प्रभाकर, उनकी पत्नी नीलम, बेटा रोहित, बेटी काजल, मुस्कान, सिमरन और सिमरन का मंगेतर मनीष यहां से रवाना हो गए। हंसी-खुशी से सभी तीर्थ करने जा रहे थे। उनको इस बात का आभास नहीं था कि रास्ते में मौत उनका इंतजार कर रही है। मथुरा में जब हादसा हुआ तो प्रभाकर के बेटे रोहित, बेटी सिमरन, काजल और सिमरन के मंगेतर मनीष की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, पत्नी, बेटी मुस्कान और वैन चालक अमरपाल सिंह घायल हो गए। सुबह आठ बजे हादसे की सूचना मुहल्लेवासियों को मिली तो सभी स्तब्ध रह गए। इंसेट ..
13 मई को होनी थी सिमरन की शादी
- विद्युत कर्मचारी प्रभाकर शर्मा की बड़ी बेटी सिमरन की शादी 13 मई को होनी थी। रिश्ता तय होने के बाद उन्होंने शादी की तैयारियां शुरू कर दी थीं। चूंकि उनके बच्चों में पहली शादी थी, इसलिए धूमधाम से इस शादी को करने की हसरत उनके मन में थी। मगर, कुदरत को कुछ और ही मंजूर था।