मॉडल तरीके से किए जाएंगे विकसित डाक बंगले
सरकारी गेस्ट हाउसों की अब दशा बदलेगी। सभी निकायों में मौजूद डाक बंगलों की मरम्मत कराकर उनको मॉडल तरीके से तैयार किया जाएगा। डीएम कुमार प्रशांत ने इसके लिए संबंधित अफसरों को निर्देशित किया है। यह कोरोना काल से पहले होना था। लेकिन लॉकडाउन लगने से रुक गया था। अब फिर से यह मुहिम शुरू की गई है।
जेएनएन, बदायूं : सरकारी गेस्ट हाउसों की अब दशा बदलेगी। सभी निकायों में मौजूद डाक बंगलों की मरम्मत कराकर उनको मॉडल तरीके से तैयार किया जाएगा। डीएम कुमार प्रशांत ने इसके लिए संबंधित अफसरों को निर्देशित किया है। यह कोरोना काल से पहले होना था। लेकिन, लॉकडाउन लगने से रुक गया था। अब फिर से यह मुहिम शुरू की गई है।
जिले के अन्य निकायों संग अलापुर नगर पंचायत में बड़ा डाक बंगला था। जहां चारों ओर हरियाली थी। अंग्रेजी हुकूमत में बने इस डाक बंगले की खूबसूरती देखते ही बनती थी। इसलिए उसे देखने दूर-दराज के लोग जाते थे। मगर, दो दशक पहले इसका अस्तित्व खतरे में पड़ा। प्रशासनिक उपेक्षा के चलते अब वहां सिर्फ अवशेष बाकी हैं। इस तरह से तमाम डाक बंगला ऐसे हैं जो जर्जर हो चुके हैं। इनकी मरम्मत कराकर नया रूप देने की कोशिश अब तक नहीं की गई। अब डीएम ने इस दिशा में कार्य शुरू कराया है। इससे उम्मीद है कि जिले पुरानी विरासत जल्द ही सहज ली जाएगी। जिन डाक बंगलों की मरम्मत होगी। वहां एक लाइब्रेरी बनवाई जाएगी। उस लाइब्रेरी में उस डाकबंगले का इतिहास भी दर्ज किया जाएगा। ताकि आने वाली पीढ़ी को अपने शहर का स्वर्णिम इतिहास पता चल सके। अनलाक में यह प्रक्रिया जल्द ही पूरी होने की उम्मीद है। वर्जन ..
सभी गेस्ट हाउस और डाक बंगला के सुंदरीकरण कराने के लिए निर्देश दिए गए हैं। सभी डाक बंगलों को मॉडल तरीके से तैयार किया जाएगा। वहां लाइब्रेरी खोलने के साथ ही वहां का इतिहास भी दर्ज कराएंगे। जल्द इस दिशा में कार्य शुरू होगा।
- कुमार प्रशांत, डीएम