सहसवान में न्यायालयकर्मी ने कमरे के अंदर की खुदकुशी
स्थानीय न्यायालय में तैनात न्यायालयकर्मी ने कमरे के अंदर फंदे से लटक कर खुदकुशी कर ली। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को फंदे से नीचे उतारा। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट मिला जिसमें जिदगी से ऊब जाने पर आत्मघाती कदम उठाए जाने की बात लिखी है। पुलिस ने मृतक के स्वजन को सूचना देने के बाद पोस्टमार्टम की कार्रवाई शुरू कराई है।
जेएनएन, बदायूं : स्थानीय न्यायालय में तैनात न्यायालयकर्मी ने कमरे के अंदर फंदे से लटक कर खुदकुशी कर ली। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को फंदे से नीचे उतारा। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट मिला जिसमें जिदगी से ऊब जाने पर आत्मघाती कदम उठाए जाने की बात लिखी है। पुलिस ने मृतक के स्वजन को सूचना देने के बाद पोस्टमार्टम की कार्रवाई शुरू कराई है।
मूलरूप से बिहार के महगवां जिला पटना निवासी सोनू यादव पुत्र रामस्वरूप सहसवान न्यायालय में तैनात थे। न्यायालय के पास में कमरे में वह रहते थे। रविवार को आसपास के लोगों ने शाम के वक्त तक उनको देखा, लेकिन सोमवार को वह दिखाई नहीं दिए। सोमवार को जब वह ड्यूटी पर नहीं पहुंचे तो स्टाफ के लोगों ने उनको फोन किया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। फोन स्वीच आफ होने पर दोपहर के समय उनको देखने के लिए कर्मचारी कमरे पर पहुंचे तो पता चला कि कमरे का दरवाजा अंदर से बंद है। इसके बाद उन्होंने कमरे के अंदर जाने की तमाम कोशिशें कीं, लेकिन वह अंदर नहीं पहुंच सके। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। सूचना पर कोतवाल पंकज लवानिया पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे तो छत के सहारे जीने का दरवाजा तोड़ा इसके बाद कमरे का दरवाजा तोड़ा गया। कमरे का दरवाजा तोड़ते ही सभी हैरत में पड़ गए। अंदर न्यायालय कर्मी की लाश फंदे से लटक रही थी। इस संबंध में कोतवाल पंकज लवानिया ने बताया कि मृतक के पास से सुसाइड नोट मिला है। सुसाइड नोट पर आत्मघाती कदम उठाए जाने के बारे में सिर्फ इतना लिखा है कि जिदगी से ऊब गया हूं। चार लोगों के साठ हजार रुपये उधार होने की बात भी लिखी है। इसके अलावा अपनी पत्नी प्रीति के बारे में लिखा है कि वह उससे बहुत प्यार करता है और बच्चे का ख्याल रखना। फिलहाल मृतक के स्वजन को सूचना दे दी गई है, वह बिहार से यहां के लिए चल दिए हैं।