झटपट मिलेगा कनेक्शन 30 दिन में घर होगा रोशन
बिजली का घरेलू या व्यवसायिक कनेक्शन लेने को घर बैठे ही आवेदन करें। झटपट एप से लोगों को यह कनेक्शन मिलेगा। इसके लिए उन्हें विद्युत उपकेंद्र की दौड़ लगाने और स्टाफ से गुहार करने की जरूरत नहीं रहेगी।
जागरण संवाददाता, बदायूं : बिजली का घरेलू या व्यवसायिक कनेक्शन लेने को घर बैठे ही आवेदन करें। झटपट एप से लोगों को यह कनेक्शन मिलेगा। इसके लिए उन्हें विद्युत उपकेंद्र की दौड़ लगाने और स्टाफ से गुहार करने की जरूरत नहीं रहेगी। झटपट एप से 30 दिन में प्रक्रिया पूरी होगी और मीटर लगाकर कनेक्शन जोड़ने के लिए विद्युत विभाग के कर्मचारी आवेदक के घर पहुंचेंगे। विद्युत विभाग ने झटपट नाम से एप लांच किया है। इस एप को एंड्रायड मोबाइल में डाउनलोड करने के बाद उपभोक्ता विद्युत कनेक्शन के लिए आवेदन कर सकते हैं। जिनके पास एंड्रायड मोबाइल नहीं है ऐसे लोग जनसुविधा केंद्र पर जाकर भी ऑनलाइन आवेदन करेंगे। निर्धारित शुल्क जमा करने के बाद उपभोक्ताओं को सारी प्रक्रिया ऑनलाइन पूरी होगी। आवेदन कहां पहुंचा और किस स्तर पर अटका हुआ है। इसकी भी पूरी जानकारी घर बैठे ही मिलेगी। इंसेट
ऐसे काम करेगा एप
- एप डाउनलोड करने के बाद आवेदन करते वक्त आवेदक का नाम, पूरा पता, एक फोटो समेत आधारकार्ड का नंबर दाखिल करना होगा। सौ रुपये प्रोसेसिग शुल्क के भी ऑनलाइन ही जमा होंगे। यह आवेदन सीधे लखनऊ मुख्यालय में होगा। वहां से संबंधित अधिशासी अभियंता के पास आएगा और अधिशासी अभियंता उपखंड अधिकारी व अवर अभियंता को उसे अग्रसारित करेंगे। इंसेट
इन हालात में नहीं मिलेगा कनेक्शन
- आवेदन की अवर अभियंता स्तर से रिपोर्ट तैयार की जाएगी। अगर किसी आवेदक पर पुराना बकाया के चलते कनेक्शन काटा गया होगा या वह बिजली चोरी में पकड़ा गया होगा और समन शुल्क जमा नहीं किया हो या फिर किराए का भवन हो और किरायानामा न हो। इन हालात में कनेक्शन नहीं दिया जाएगा। अवर अभियंता अपने भौतिक सत्यापन में यह स्पष्ट करेंगे कि आवेदक पर पुराना कोई बकाया नहीं है और उसका निजी अथवा पुश्तैनी मकान है। इसके साथ ही पोल से घर की दूरी 40 मीटर के दायरे में है तो कनेक्शन मिल जाएगा। वर्जन ::
झटपट एप से घर बैठे कनेक्शन दिया जाएगा। हालांकि जो नियम हैं उन्हें पूरा करना होगा। आवेदन के बाद बाकी का शुल्क समेत अन्य दस्तावेज भी ऑनलाइन ही जमा होंगे। 30 दिन में कनेक्शन दिए जाने का प्रावधान है। - वाइएस राघव, अधिशासी अभियंता