शहर की गंदगी साफ कराने को अदालत से गुहार
शहर में स्वच्छता अभियान में फेल हो चुके नगरपालिका प्रशासन की शिकायत अब अदालत तक पहुंच गई।
बदायूं : शहर में स्वच्छता अभियान में फेल हो चुके नगरपालिका प्रशासन की शिकायत अब अदालत तक पहुंची है। लोक अदालत में अर्जी देकर शहर के ही नागरिक ने चेयरमैन और ईओ को दोषी ठहराया है। अदालत में मामले की सुनवाई शुरू हो गई है। पहली बार सफाई की मांग अदालत तक पहुंचने की अर्जी से सभी हैरत में हैं। इस अर्जी के बाद पालिका प्रशासन की भी मुश्किलें बढ़ती दिखाई दे रही हैं।
नगर पालिका परिषद के वार्ड संख्या 13 के मुहल्ला नाहर खां सराय निवासी हाफिज मोहसिन पुत्र अजीजुल रहमान ने लोक अदालत में दी अर्जी में पालिका प्रशासन को गंदगी के मामले में पूरी तरह से घेरा है। अर्जी देने वाले ने बताया है कि पिछले एक साल से उसके मुहल्ले में न तो सफाई कर्मचारी आया है और न ही वहां पर झाड़ू लगाई गई है। नाला पूरी तरह से चोक हो चुका है। वार्ड और मुहल्ले के लोग पिछले एक साल से ही गंदगी झेल रहे हैं, वह खुद ही अपने घरों के सामने झाड़ू लगाते हैं। नाला चोक होने की वजह से बरसात में काफी स्थिति खराब हो गई है, कीचड़ उफनकर बाहर आ रही है जिससे संक्रामक रोग भी फैले रहे हैं। इसके साथ ही कूड़ा उठाने वाली ट्राली सप्ताह में एक बार ही आती है। सभासद से कई बार शिकायत की तो सभासद ने असमर्थता जाहिर करते हुए बताया कि चेयरमैन उनकी किसी बात को नहीं सुनते हैं। इसके बाद कई बार पालिका जाकर चेयरमैन से शिकायत की गई, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ। सफाई कर्मचारी भी शिकायत करने पर झगड़ा करने पर आमादा हो जाते हैं। मोहसिन ने चेयरमैन और ईओ को ही गंदगी के लिए जिम्मेदार ठहराया है।