चढ़ते-उतरते मौसम ने बढ़ाए निमोनिया के मरीज
बचों को अब मौसम के बदलाव से निमोनिया ने घेरा
फोटो - 7 बीडीएन - 9 व 10 स्वास्थ्य ::::::: - कभी धूप तो कभी बारिश के कारण जकड़ रही है बीमारी
- अस्पताल समेत निजी डॉक्टरों की ओपीडी में बढ़ रहे मरीज जागरण संवाददाता, बदायूं : चढ़ते-उतरते मौसम में जिले में अब बच्चों को निमोनिया ने घेरना शुरू कर दिया है। जिला महिला अस्पताल के बाल रोग विभाग में निमोनिया के रोजाना सौ से अधिक मरीज पहुंच रहे हैं। इनमें अधिकांश पांच साल से कम उम्र के बच्चे हैं। वहीं निजी डॉक्टरों की ओपीडी में भी ऐसे मरीजों की बहुतायत है। हालांकि चिकित्सकों का कहना है कि दिनचर्या में थोड़े सा परिवर्तन करने पर काफी हद तक इस बीमारी से बचा जा सकता है।
10 दिन पहले पड़ी भीषण ठंड ने जहां विटर डायरिया फैलाया था। वहीं अब किसी दिन चटक धूप तो कभी घना कोहरा और बारिश का मौसम आ चुका है। धूप निकलने वाले दिन में भी सुबह और शाम के वक्त सर्दी रहती है। जबकि रात को पारा और भी गिर जाता है। यही मौसम निमोनिया को बढ़ावा दे रहा है। यह हैं लक्षण
जिला महिला अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. संदीप वाष्र्णेय ने बताया कि बच्चों को खांसी के साथ बुखार आना, पसलियां चलना समेत सांस फूलना इस बीमारी के लक्षण हैं। चढ़ता-उतरता मौसम काफी खतरनाक है। बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी कम होती है, ऐसे में लगातार तापमान बदलने के कारण उन्हें निमोनिया घेर लेता है।
यह हैं बचाव
डॉ. संदीप वाष्र्णेय के मुताबिक बच्चों को पूरे कपड़े पहनाकर रखें। कान ढंके रखें और हाथों में दस्ताने व पैरों में मोजे भी पहनाएं। सुबह और शाम के वक्त उन्हें घर से बाहर न निकलने दें। उन्हें गुनगुना दूध समेत प्रोटीन युक्त भोजन खिलाएं। फिर भी कोई लक्षण दिखे तो सीधे अपने चिकित्सक से संपर्क करें। 14 दिन के इलाज से बीमारी से निजात मिल जाती है।