शस्त्र लाइसेंस धारकों की कुंडली तैयार, आपराधिक प्रवृति वालों को नोटिस
शस्त्र लाइसेंस धारकों का आपराधिक रिकार्ड खंगाला जा रहा है। लाइसेंस जारी होने के बाद किसी पर कोई आपराधिक मामला तो दर्ज नहीं हुआ है इसकी पड़ताल की जा चुकी है।
जेएनएन, बदायूं : शस्त्र लाइसेंस धारकों का आपराधिक रिकार्ड खंगाला जा रहा है। लाइसेंस जारी होने के बाद किसी पर कोई आपराधिक मामला तो दर्ज नहीं हुआ है इसकी पड़ताल की जा चुकी है। तमाम लोग ऐसे मिले हैं जिनके ऊपर लाइसेंस मिलने तक कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं था। लेकिन, बाद में उन पर कई केस लग गए। ऐसे लोगों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा जा रहा है। जवाब न मिलने पर उनके लाइसेंस निरस्त करने की तैयारी है।
शस्त्र लाइसेंस जारी करने से पहले आवेदन करने वाले का रिकार्ड चेक होता है। संबंधित थाने के साथ जिले के सभी थानों से रिपोर्ट मांगी जाती है। उस पर कोई आपराधिक मामला तो दर्ज नहीं है। पुलिस रिपोर्ट के बाद लाइसेंस स्वीकृत करने की प्रक्रिया पूर्ण होती है। फिर लाइसेंस नवीनीकरण होता है तो हल्का पुलिस कभी-कभी रिकार्ड देखे बिना ही शस्त्र लाइसेंस धारक पर कोई आपराधिक मुकदमा न बताते हुए रिपोर्ट दे देती है। ऐसे में किसी पर मामला दर्ज हो तो भी वह लाइसेंस का उपयोग करता रहता है। ऐसे में कोई बड़ी घटना अगर उसके शस्त्र से होती है तभी उसका लाइसेंस निरस्त किया जाता है। मगर, इस बार शस्त्र लाइसेंस धारकों की सभी शिकायतों पर शस्त्र लाइसेंस धारकों के चरित्र की जांच की जा रही है। इस बार 132 शस्त्र लाइसेंसधारकों की जांच शुरू की गई है। इसमें 87 की रिपोर्ट आ चुकी है। उन पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। अब उन लोगों के शस्त्र लाइसेंस निरस्त करने की प्रक्रिया शुरू की गई है।
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घर-घर जाकर कारतूसों का भी सत्यापन करेगी पुलिस
- शस्त्र लाइसेंस धारकों ने साल भर में कितने कारतूस खर्च किए हैं इसका ब्योरा भी उनको देना होगा। पुलिस प्रशासन ने अब डोर टू डोर कारतूसों का सत्यापन कराया है। ऐसे में शस्त्र लाइसेंस धारकों को बताना होगा कि उन्होंने कितने कारतूस खर्च किए हैं। आत्मरक्षा के अलावा कहीं और कारतूस खर्च किए हैं तो इसका स्पष्टीकरण भी देना होगा। वर्जन ::
जिन लोगों की शिकायतें मिली हैं उनकी जांच कराई है। ऐसे में 87 लोग ऐसे मिले हैं। जिन पर शस्त्र लाइसेंस जारी होने के बाद आपराधिक मामले दर्ज हुए हैं। उनके शस्त्र लाइसेंस निरस्त करने की प्रक्रिया चल रही है।
- अमित कुमार, सिटी मजिस्ट्रेट