मेडिकल कॉलेज में प्रवेश प्रक्रिया पूरी, 84 छात्र पहुंचे Badaun News
मेडिकल कॉलेज में प्रवेश प्रक्रिया पूरी हुई। कुल 84 छात्र-छात्राओं ने प्रवेश लिया।
बदायूं, जेएनएन : राजकीय मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार को एडमिशन की प्रक्रिया पूरी हो गई। आखिरी दिन तक 84 छात्र-छात्राओं ने यहां दाखिला लिया है। जबकि प्रदेश सरकार के कोटे का एक छात्र कॉलेज निर्धारण के बाद भी यहां आखिरी तिथि तक नहीं पहुंचा है। जिम्मेदारों का कहना है कि फिलहाल इन्हीं छात्र-छात्राओं की एक अगस्त से कक्षाएं शुरू करा दी जाएंगी।
एमसीआइ की मान्यता मिलने के बाद राजकीय मेडिकल कॉलेज में पहली बार एमबीबीएस की पढ़ाई शुरू होने जा रही है। नीट का परीक्षाफल घोषित होने के बाद यहां पहली बार 84 छात्र-छात्राओं ने दाखिला लिया है। केंद्र सरकार के 15 छात्रों का कोटा पूरा हो चुका है। जबकि बाकी के छात्र प्रदेश सरकार के कोटे से यहां पहुंचे हैं। इनमें 20 छात्राएं और 64 छात्र शामिल हैं। काउंसि¨लग के बाद सभी ने साक्षात्कार की प्रक्रिया पूरी कर ली। इनके शैक्षिक प्रमाण पत्र भी जमा किए जा चुके हैं। जबकि अब केवल यहां पढ़ाई शुरू की जाना है।
एक छात्र हुआ अनुत्तीर्ण
केंद्र सरकार के कोटे के 15 में से एक छात्र साक्षात्कार में समिति द्वारा किए गए सवालों का सही जवाब नहीं दे सका। ऐसे में उसका दाखिला लेने में समिति ने आपत्ति जाहिर की और इसकी जानकारी एमसीआइ को भी भेज दी गई है।
54 प्रोफेसर कराएंगे पढ़ाई
कॉलेज में अभी 50 प्रोफेसर मौजूद हैं। जबकि चार और प्रोफेसर को यहां पहुंचने का आदेश मिला है। ऐसे में अब 54 शिक्षक छात्रों को एमबीबीएस की पढ़ाई कराएंगे। सबसे पहले यहां योगा की क्लास चलेगी। जबकि इसके बाद उन्हें मरीजों के साथ कैसा बर्ताव करना है, यह सिखाया जाएगा। बाद में एमबीबीएस की पढ़ाई होगी। 28 जूनियर डॉक्टर भी समय-समय पर छात्र-छात्राओं का मार्गदर्शन करेंगे।
एक कमरे में दो छात्रों की व्यवस्था
कॉलेज में गर्ल्स व ब्वायज हॉस्टल तैयार हो चुका है। एक कमरे में दो छात्रों के रहने की व्यवस्था की गई है। छात्राओं का हॉस्टल अलग है और छात्रों का अलग। सभी को एक-एक कुर्सी व मेज के अलावा एक बेड व एक अलमारी दी जाएगी।
फिलहाल दाखिले की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। लैब और लेक्चर हॉल तैयार हो चुका है। हॉस्टल में ठहरने की सुविधा भी पूरी हो चुकी है। अगली काउंसिलिंग में बाकी की सीटें भरने की उम्मीद है। पुलिस चौकी के लिए भवन मुहैया कराने को निर्माण निगम को लिखा जा चुका है। डॉ. आरपी सिंह, प्राचार्य मेडिकल कॉलेज