बात-बात पर लड़ती थी, इसलिए मार दिया
पत्नी को मौत के घाट उतारने वाला मेवाराम को पछतावा तो था, लेकिन अब उसका क्या फायदा।
वजीरगंज (बदायूं) : पत्नी को मौत के घाट उतारने वाला मेवाराम को पछतावा तो था, लेकिन तीर हाथ से निकल चुका था। मृतका के पास से खून से सना हसिया भी बरामद हुआ है, लेकिन आरोपित ने डंडे से मारने की बात स्वीकारी। उसका कहना था कि घर पर बाहर के लोग आते थे। वह बात-बात पर लड़ाई करती थी, इसलिए उसे डंडे से मारा था।
थाना वजीरगंज इलाके के गांव मालमपुर में पत्नी की हत्या करने वाला मेवाराम यहां अस्पताल में था। उसने बिहार से मंजो को यहां लाने के बाद से आए दिन होने वाले मारपीट की भी बात कही। उसकी पांच साल की बेटी किरन, दो साल की दिव्या है और तीसरी पैदा हुई थी। उसका परिवार आर्थिक रूप से कमजोर है, पिता चौकीदार है और उसका भाई बाहर कहीं मेहनत मजदूरी करता है। सुबह चौकीदार ने थाने जाकर अपने बेटे के ही पुत्रबधू की हत्या की बात कही थी, उसकी सूचना पर ही पुलिस ने मेवाराम को हिरासत में लिया था, लेकिन बाद में खेल शुरू हो गया। हत्या को इत्तेफाकिया दिखाने का हुआ था खेल
आरोपित पति भी स्वीकार कर रहा है कि उसने अपनी पत्नी को मारा था। मौके से खून से सना हसिया भी बरामद हुआ। इसके बाद भी पुलिस कोई कार्रवाई करने के बजाय मंजो की मौत इत्तेफाकिया दर्शाने की कोशिश में जुट गई है। चूंकि मेवाराम का पिता चौकीदार है और पुलिस से आए दिन मिलना जुलना रहता है, इसलिए वह भी अब अपने बेटे को बचाने की कोशिश में जुट गया है।