निजी अस्पताल के एजेंट की महिला अस्पताल में पिटाई
जिला महिला अस्पताल से गर्भवती महिला को निजी अस्पताल में ले जाने पर एजेंट की जमकर पिटाई हुई।
बदायूं : खेड़ा नवादा के सपा नेता का निजी नर्सिग होम एक बार फिर सुर्खियों में आया है। इस बार जिला महिला अस्पताल से अपने निजी अस्पताल के लिए हर बार की तरह गर्भवती महिला को रेफर कराने की जिद पर अड़े सपा नेता के एजेंट की अस्पताल स्टाफ ने पिटाई शु़रू कर दी। इससे अफरा-तफरी मच गई। पुलिस के पहुंचने तक एजेंट फरार हो चुका था। मामला शहर में चर्चा का विषय बन चुका है। स्टाफ की ओर से सपा नेता समेत एजेंट के खिलाफ तहरीर दी गई है।
एक नेता ने पूर्ववर्ती सरकार में नर्सिग होम खोला था। वहां पर मीटिग बुलाकर सभी आशा वर्कर को निर्देशित किया था कि वह जिला महिला अस्पताल में आने वाली गर्भवती महिलाओं को उसकी दुकान तक भेजें। सत्ता में उसका नर्सिंग होम चलने लगा। उसने साठगांठ कर अपने भाई को धंधे में उतार दिया। उसका भाई और नर्सिग होम में दो तीन एजेंट बना दिए, जो आशा वर्कर को कमीशन देने के साथ ही वहां पर स्टाफ को भी उनका प्रतिशत देने के बाद मरीजों को गुमराह कर उसके नर्सिंग होम तक लाते। अब बदलाव हो चुका है। हर मरीज की मॉनीटरिग हो रही है, लेकिन नेता के एजेंट अभी भी जिला महिला अस्पताल में डटे रहते हैं। शनिवार की देर रात भी उसका एक एजेंट जिला महिला अस्पताल में पहुंचा और मूसाझाग गांव की गर्भवती महिला के परिजनों को गुमराह कर अपने अस्पताल में लाने पर जोर दिया। चूंकि वह पूरी तरह से स्वस्थ्य थी और उसके सामान्य प्रसव के बारे में कह दिया गया था। एजेंट नहीं माना तो स्टाफ ने उसकी पिटाई कर दी।
वर्जन ..
जिला महिला अस्पताल में आने वाली गर्भवती महिलाओं को निजी अस्पताल तक ले जाने का धंधा प्रकाश में आया है। इसी के तहत विवाद की बात भी सामने आई है। कुछ आशा वर्कर चिह्नित की गई हैं।
- केके अवस्थी, सिटी मजिस्ट्रेट