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बवाल के बीच 73 फीसद मतदान, मतपेटियों में बंद हुआ प्रत्याशियों का भाग्य

करीब दो माह से चला आ रहा चुनावी शोर थम गया। गुरुवार को जिले के 19019 प्रत्याशियों के भाग्य मतपेटिकाओं में बंद हो गया। हालांकि कुछ बूथों पर हंगामा कर लोगों ने खलल डालने का प्रयास भी किया लेकिन मतदाताओं पर इसका असर नहीं दिखा।

By JagranEdited By: Published: Fri, 30 Apr 2021 12:49 AM (IST)Updated: Fri, 30 Apr 2021 12:49 AM (IST)
बवाल के बीच 73 फीसद मतदान, मतपेटियों में बंद हुआ प्रत्याशियों का भाग्य
बवाल के बीच 73 फीसद मतदान, मतपेटियों में बंद हुआ प्रत्याशियों का भाग्य

जेएनएन, शाहजहांपुर : करीब दो माह से चला आ रहा चुनावी शोर थम गया। गुरुवार को जिले के 19019 प्रत्याशियों के भाग्य मतपेटिकाओं में बंद हो गया। हालांकि कुछ बूथों पर हंगामा कर लोगों ने खलल डालने का प्रयास भी किया, लेकिन मतदाताओं पर इसका असर नहीं दिखा। फायरिग व पथराव की घटनाओं के बीच लोकतंत्र के इस उत्सव में मतदाताओं ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। देर शाम तक 18.47 लाख में लगभग 73 फीसद ने वोट के जरिए अपना फैसला सुना दिया। अब इंतजार दो मई का जब ग्राम पंचायतों में नई सरकार का एलान होगा। सुबह सात बजे से मतदान प्रक्रिया शुरू हुई तो शाम छह बजे के बाद तक चलती रही। कई बूथों पर मतदाता रात आठ बजे के बाद तक अपनी बारी आने का इंतजार करते रहे। मतदान के प्रति लोगों की जागरूकता का ही नतीजा था कि प्रतिशत अनुमान से अच्छी स्थिति में पहुंच गया। मतदान केंद्रों पर सुबह सात बजे से पहले ही लाइन लग गई, लेकिन शुरुआती पहले घंटे में मतदान की प्रक्रिया धीमी रही। आठ बजे के बाद कुछ तेजी आई और मतदान प्रतिशत नौ बजे तक 9.5 पहुंच गया, लेकिन इसके साथ ही बूथों पर हंगामे की सूचनाएं भी आने लगीं। जो मतदान समाप्ति तक जारी रहीं।

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चार मतपत्रों के कारण लगा समय

हालांकि शुरुआत धीमी रही। बूथों पर मतदाता तो पहुंचे, लेकिन चार-चार मतपत्र होने के कारण चुनाव चिह्नों को लेकर थोड़ा भ्रमित भी हुए। इस कारण कई बूथों पर एक-एक मतदाता को वोट डालने में पांच से छह मिनट का समय लग गया। वोट डालकर आने वालों ने अन्य मतदाताओं व स्वजन को प्रक्रिया के बारे में बताया, जिसके बाद कुछ गति तेज हुई। ------------------- एसडीएम-सीओ रहे अलर्ट, लेते रहे अपडेट

पुवायां :

क्षेत्र के जेवां गांव में सुबह नौ बजे लंबी लाइन लग चुकी थी। रेहरिया में भी कुछ ऐसा ही हाल था। एसडीएम सतीश चंद्रा व सीओ नवनीत कुमार नायक ने पुवायां, बंडा, सिधौली व खुटार के बूथों पर निरीक्षण किया। मतदाताओं से कोविड गाइडलाइन का पालन करने की अपील की। लोगों को बिना वजह मतदान केंद्रों के बाहर भीड़ लगाने पर फटकार भी लगाई। -------------------

तबीयत खराब होने पर पीठासीन बदले गए

उखरी :

दोपहर करीब एक बजे उखरी में पीठासीन अधिकारी अरुणोदय मिश्र की तबीयत बिगड़ी। सांस लेने में दिक्कत पर यहां दूसरे पीठासीन अधिकारी भेजे गए। प्राथमिक विद्यालय कुरगांव में तैनात मतदान अधिकारी रवि पाठक की तबीयत खराब हो गई।

------------ जलालाबाद के रूस्तमपुर गांव में कोविड गाइडलाइन का पालन होते नहीं दिखा। इसी तरह दिलावरपुर में भी कई मतदाताओं के नाम गायब होने की शिकायत की गई। निगोही में डीएम व एसपी ने पहुंचकर रिजर्व ड्यूटी में लगे लेखपालों से बात की।

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देर से शुरू हो सका मतदान

मीरानपुर कटरा :

क्षेत्र में चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से निपटा। गढि़या रंगीन के खूबपुर अचितपुर में मतदान करीब तीन घंटे देर से शुरू हुआ। बताया गया कि बीडीसी के मतपत्र नहीं पहुंच सके थे। सेक्टर मजिस्ट्रेट ने इन्हें पहुंचवाया तब मतदान शुरू हुआ। कटरा-खुदागंज के 185 बूथों पर मतदान प्रक्रिया शुरू होने के बाद आरओ डीपीआरओ पवन कुमार की तबीयत खराब हो गई। उनके कोरोना रिपोर्ट पॉजीटिव आने पर वहां जीआइसी के प्रधानाचार्य रणवीर सिंह को उनके स्थान पर भेजा गया। ग्राम पंचायत कुमरखा व पौकी में मतदाताओं को वोटर लिस्ट और अपने परिचय पत्र में मिलान न हो पाने के कारण मतदाता परेशान हुए।


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