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जिले में भूमिगत जल का स्तर बढ़ाएंगे 548 तालाब

जेएनएन बदायूं जिले में भूमिगत जल का स्तर पिछले कई साल से कम होता जा रहा है। इससे जल संकट

By JagranEdited By: Published: Mon, 01 Jun 2020 12:09 AM (IST)Updated: Mon, 01 Jun 2020 12:09 AM (IST)
जिले में भूमिगत जल का स्तर बढ़ाएंगे 548 तालाब
जिले में भूमिगत जल का स्तर बढ़ाएंगे 548 तालाब

जेएनएन, बदायूं : जिले में भूमिगत जल का स्तर पिछले कई साल से कम होता जा रहा है। इससे जल संकट गहरा रहा है तो जिम्मेदार भी चितित हो उठे हैं। भूमिगत पानी का स्तर कम होने का सबसे बड़ा कारण शहर से लेकर देहात क्षेत्र में तालाबों का अस्तित्व खत्म होना बताया गया। पिछले साल 300 तालाबों के खोदाई का प्रोजेक्ट तैयार किया गया था, लेकिन उन तालाबों पर काम नहीं हो पाया। इस बार लॉकडाउन की वजह से बाहर से आए प्रवासियों को काम दिया जाना है इसलिए मनरेगा के तहत ज्यादा से ज्यादा मिट्टी कार्य कराया जा रहा है। इस साल एक साथ 938 ग्राम पंचायतों में 548 तालाबों पर काम शुरू किया गया है। वह तालाब जून में ही तैयार हो जाएंगे।

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लॉकडाउन के तीसरे चरण में मनरेगा मजदूरों को रोजगार दिलाने के लिए गांवों में मनरेगा के तहत कार्य शुरू कराया गया। सबसे ज्यादा जोर तालाबों की खोदाई पर था इस बहाने मनरेगा मजदूरों को रोजगार मिलता तो तालाबों की खोदाई होने से गहरा रहे पेयजल संकट से भी उभरना था। एक के बाद एक करीब 938 ग्राम पंचायतों में मनरेगा का काम शुरू हुआ तो अब 548 तालाबों पर भी काम शुरू किया गया है। ताकि मानसून सत्र से पहले ही तालाबों को पूरी तरह से तैयार किया जा सके। काफी हद तक तालाबों का जीर्णाेद्धार हो चुका है तो वहां पानी छोड़ने की तैयारी चल रही है। मनरेगा के तहत 50 हजार से ज्यादा स्थानीय जॉब कार्डधारकों को काम दिया जा रहा है तो दूसरे राज्यों से आए करीब 10 हजार प्रवासियों को भी काम पर लगाया गया है। बाकी जो होम क्वारंटाइन हैं उन प्रवासियों के क्वारंटाइन का समय पूरा होने के बाद उन्हें भी काम दिया जाएगा। तालाबों की खोदाई के लिए युद्ध स्तर पर चल रही इस पहल के बाद जलस्तर के काफी बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है। तालाबों के किनारे होगा पौधरोपण, लौटेगी हरियाली

तालाबों के सुंदरीकरण का काम काफी युद्ध स्तर पर चल रहा है। उन तालाबों की दशा सुधारने के लिए मनरेगा के तहत एक और पहल की जा रही है। नई प्लानिग के तहत तैयार किए जा रहे तालाबों के किनारे पौधरोपण कराया जाएगा, ताकि वहां हरियाली वापस आ सके। जिले में मनरेगा के तहत 548 तालाबों पर खोदाई का काम चल रहा है। मानसून से पहले ही तालाबों को तैयार कर दिया जाएगा, ताकि बारिश होने पर उनमें पानी इकट्ठा हो सके।

- राम सागर यादव, डीसी मनरेगा


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