निजामुद्दीन के आसपास थे जिले के 48 लोग
दिल्ली के निजामुद्दीन में तब्लीगी जमात के मरकज में शामिल होने वाले लोगों की तलाश में लगी एसटीएफ ने सर्विलांस के जरिए कई नंबर निकाले हैं। ये वे नंबर हैं जोकि 14 से 17 मार्च के बीच निजामुद्दीन क्षेत्र में एक्टिव थे।
जागरण संवाददाता, बदायूं : दिल्ली के निजामुद्दीन में तब्लीगी जमात के मरकज में शामिल होने वाले लोगों की तलाश में लगी एसटीएफ ने सर्विलांस के जरिए कई नंबर निकाले हैं। ये वे नंबर हैं, जोकि 14 से 17 मार्च के बीच निजामुद्दीन क्षेत्र में एक्टिव थे। वहां लगे टावर के जरिये ब्योरा निकाला गया तो पता चला कि देशभर के ऐसे 19 सौ नंबर हैं। इन नंबरों की छंटनी हुई हुई तो सामने आया कि इनमें बदायूं के 48 फोन नंबर हैं। यानी जिले के इतने लोग उस दिन दिल्ली में निजामुद्दीन क्षेत्र में थे। उन नंबरों की जानकारी बदायूं पुलिस को भेजी गई है।
48 लोगों के नाम हैं जो 14 से 17 मार्च के दौरान निजामुद्दीन के इर्द-गिर्द थे, इसलिए पुलिस अब इन सभी नंबर धारकों तक पहुंचेगी। उनसे मालूम करेगी कि वे दिल्ली किस काम से गए थे। अभी उनकी तबीयत कैसी है। कवायद यह भी है कि इन नंबर धारकों के घरों तक पुलिस पहुंचेगी तो यह भी स्पष्ट पता चल सकेगा कि वे लोग तब्लीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल तो नहीं हुए थे। यदि ऐसे लोग पाए जाते हैं तो उनकी स्क्रीनिंग कराई जाएगी। क्वारंटाइन कराया जा सकता है। उनसे से किसी की तबीयत खराब होने पर उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया जा सकता है। फिलहाल, अभी यह साफ होना बाकी है कि ये 48 लोग किस मकसद से दिल्ली गए थे।
रविवार से पुलिस ने इन लोगों के घरों पर जाकरगोपनीय जांच शुरू कर दी है।
कोरोना वायरस से निपटने के लिए सरकार ने लॉक डाउन किया तो सभी सार्वजनिक कार्यक्रम बंद करा दिए। मस्जिदों में नमाज पर भी पाबंदी लगा दी गई, ताकि भीड़ की वजह से लोग इस संक्रमण से बच सकें, लेकिन इसी बीच दिल्ली के निजामुद्दीन में तब्लीगी जमात के मरकज में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या जुटी तो सभी के होश उड़ गए। वजह थी कि बड़ी संख्या में तब्लीगी जमात के लोग संक्रमित पाए गए। देश भर में फैले तब्लीगी जमात के मरकज में शामिल होने वालों को क्वारंटाइन करने के लिए एसटीएफ ने सर्विलांस के जरिए उन मोबाइल नंबरों को ट्रेस किया जो उस वक्त निजामुद्दीन और आसपास में थे। सूची के आधार पर जांच कराकर कार्रवाई को कहा गया तो पुलिस ने उसकी जांच शुरू कर दी है। वर्जन ::
सूची के आधार पर गोपनीय जांच की जा रही है। फिलहाल जिन लोगों की जांच हो चुकी है वह निजामुद्दीन में हुए तब्लीगी जमात के मरकज में शामिल नहीं हुए हैं। जांच जारी है जांच रिपोर्ट में जो भी सच सामने आएगा उस आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
- जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव, पुलिस अधीक्षक शहर