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283 हेक्टेयर हुआ बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान

जेएनएन बदायूं जिले में बारिश और ओलावृष्टि से 283 हेक्टेयर फसल को नुकसान हुआ है। यह आंकड़े सरकारी मशीनरी की ओर से किए गए सर्वे के हैं। फाइल रिकार्ड तैयार करते हुए प्रशासन ने मुआवजा देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार दातागंज और बिसौली तहसील क्षेत्र में ही फसलों में नुकसान हुआ है। बाकी तहसील क्षेत्र में निर्धारित मानक के अनुसार फसलों में मुआवजा देने

By JagranEdited By: Published: Tue, 17 Mar 2020 12:07 AM (IST)Updated: Tue, 17 Mar 2020 12:07 AM (IST)
283 हेक्टेयर हुआ बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान
283 हेक्टेयर हुआ बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान

जेएनएन, बदायूं : जिले में बारिश और ओलावृष्टि से 283 हेक्टेयर फसल को नुकसान हुआ है। यह आंकड़े सरकारी मशीनरी की ओर से किए गए सर्वे के हैं। फाइल रिकार्ड तैयार करते हुए प्रशासन ने मुआवजा देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार दातागंज और बिसौली तहसील क्षेत्र में ही फसलों में नुकसान हुआ है। बाकी तहसील क्षेत्र में निर्धारित मानक के अनुसार फसलों में मुआवजा देने लायक नुकसान हुआ है। बीते दिनों बेमौसम बरसात के साथ ही जिले में हुई ओलावृष्टि से किसानों को काफी हद तक नुकसान हुआ था। गेहूं, सरसों, मसूर की फसलें काफी हद तक तबाह हो गईं, जिससे किसान चितित हो उठे। आपदा की भेंट चढ़ीं फसलों में नुकसान का सर्वे जिला प्रशासन की ओर से कराया गया तो सभी तहसीलों में टीमों का गठन किया गया। तहसीलों की गठित टीमों ने सोमवार तक जिला प्रशासन को रिपोर्ट देते हुए बताया कि जिले में 283 हेक्टयर फसल खराब हुई हैं। इसमें दातागंज और बिसौली तहसील ही शामिल है, जिसमें 33 प्रतिशत से ज्यादा फसलों को नुकसान हुआ है। फाइनल रिपोर्ट आने के बाद एडीएम एफआर ने दोनों तहसीलों से बिल मांगे हैं ताकि किसानों को मुआवजे की धनराशि दी जा सके। बॉक्स ::

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दो ही तहसीलों में हुआ नुकसान, बाकी जगह नहीं पहुंचे अफसरान

बारिश और ओलावृष्टि जिले भर के लगभग सभी ठिकानों पर हुई। ऐसे में जरूरी है कि नुकसान भी सभी जगह हुआ हो, कहीं पर कम तो कहीं ज्यादा का नुकसान हुआ है। मगर, सरकारी रिकार्ड में सिर्फ दो ही तहसीलों में फसलों को नुकसान हुआ है। उनकी रिपोर्ट भी तैयार कर ली गई है। ऐसे में तमाम गांव के सैकड़ों किसान ऐसे हैं जिनकी फसलें पूरी तरह से तबाह हो गई हैं और वह मुआवजे के दायरे में नहीं आए हैं। उनके यहां फसल की क्षति का आंकलन करने भी कोई नहीं पहुंचा। इंसेट ..

यह है मुआवजे का प्रावधान

दैवीय आपदा में 33 फीसदी से ज्यादा खराब फसल के किसानों को ही मुआवजा देने का प्रावधान है। प्रति हेक्टेयर के हिसाब से किसान को 13500 रुपये की धनराशि सरकार की ओर से दी जाती है। 22 तक बांटनी है मुआवजे की धनराशि

जिला प्रशासन को बारिश और ओलावृष्टि से हुए नुकसान का मुआवजा 22 मार्च तक बांटना है। सरकार ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि चिह्नित किसानों को 22 मार्च तक हर हाल में मुआवजा दिया जाना चाहिए। फैक्ट फाइल

- जिले भर में इतने हेक्टेयर फसलों को हुआ नुकसान : 283.308 हेक्टेयर

- इतने किसानों की फसल हुई नुकसान : 927 किसान

- शासन को भेजी गई डिमांड : 38.24 लाख रुपये

- दातागंज तहसील में नुकसान : 274.705 हेक्टेयर

- बिसौली तहसील में नुकसान : 8.630 हेक्टेयर

- इतने हेक्टेयर गेहूं की फसल को हुआ नुकसान : 201.3500 हेक्टेयर

- इतने हेक्टेयर सरसों की फसल को हुआ नुकसान : 47.8800 हेक्टेयर

- इतने हेक्टेयर मसूर की फसल को हुआ नुकसान : 25.4750 हेक्टेयर

- अन्य फसलों को नुकसान : 8.603 हेक्टेयर वर्जन ..

33 प्रतिशत से ज्यादा नुकसान दातागंज और बिसौली तहसील में हुआ है। जिले भर का सर्वे कराया गया था। दोनों तहसीलों के किसानों की सूची आ चुकी है 22 मार्च से पहले ही उनके खातों में मुआवजे की रकम पहुंच जाएगी।

- नरेंद्र बहादुर सिंह, एडीएम एफआर


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