18 लाख क्विटल गन्ने की पेराई, भुगतान दबाकर बैठीं चीनी मिलें
जिले में इस पेराई सत्र में अब तक 18 लाख क्विटल गन्ने की पेराई हो चुकी है।
जेएनएन, बदायूं। जिले में इस पेराई सत्र में अब तक 18 लाख क्विटल गन्ने की पेराई हो चुकी है। इस सत्र में अब तक सिर्फ रजपुरा चीनी मिल ने किसानों का भुगतान करने की सोची है, बाकी चीनी मिलें अभी तक किसी किसान की फसल के भुगतान के बारे में नहीं सोच रही हैं। मामूली भुगतान किया गया है, जिससे किसान संतुष्ट नहीं हैं। चीनी मिलों से भुगतान न होने की वजह से किसान काफी परेशान हैं। सबसे ज्यादा गन्ना यदु शुगर मिल को पहुंचा है, वहां से भी किसानों को भुगतान नहीं मिल पा रहा है। इस चीनी मिल पर पिछले साल का ही किसानों का बकाया है, ऐसे में किसान फिर से अपने भुगतान के लिए परेशान हो रहे हैं। अब किसान यदु शुगर मिल के लिए अपना गन्ना देना नहीं चाहते हैं। बाकी चीनी मिलों की भी स्थिति ज्यादा अच्छी नहीं है।
जिले में पेराई सत्र शुरू होने से पहले ही यदु शुगर मिल ने सबसे ज्यादा सेंटर लगा दिए थे। गन्ना विभाग की ओर से किसानों का बकाया दबाने वाली यदु चीनी मिल को सबसे ज्यादा सेंटर आवंटित हुए तो सिस्टम पर ही सवाल उठने लगे। किसानों ने अपना गन्ना यदु शुगर मिल को देने से इन्कार कर दिया तो गन्ना विभाग ने किसी तरह से किसानों को समझाकर गन्ना चीनी मिल को भिजवाना शुरू किया। किसानों ने यदु शुगर मिल को अपना गन्ना भेजना शुरू किया तो वहां से भुगतान मिलने में फिर से दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इस तरह से अन्य चीनी मिलों ने भी समय पर किसानों को भुगतान नहीं दिया। इससे किसान काफी परेशान हैं। किसानों ने भुगतान न मिलने की शिकायतें गन्ना विभाग को भेजना शुरू कीं इसके बाद भी उनकी शिकायत पर गौर नहीं किया जा रहा है। गन्ना विभाग की ओर से किसानों को बकाया दिलाने के प्रयास अभी शुरू नहीं किए गए हैं। वर्जन ::
जिले की सभी चीनी मिलों पर अब तक 18 लाख क्विटल गन्ने की पेराई हो चुकी है। रजपुरा चीनी मिल से भुगतान समय पर किया जा रहा है। बाकी चीनी मिलों से भी किसानों का बकाया दिलाए जाने की तैयारी कर ली गई है। जल्द ही उनको भुगतान दिलाया जाएगा। भुगतान न करने वाली चीनी मिलों पर कार्रवाई की जाएगी।
- रामकिशन, जिला गन्ना अधिकारी