नालों की सफाई के लिए 12 गैंग तैयार, दो शिफ्टों में होगा काम
मानसून शुरू होने वाला है। शहर को जलभराव से बचाने के लिए इस बार पालिका प्रशासन ने नालों की सफाई के लिए विशेष योजना तैयार की है। टेंडर प्रथा खत्म करते हुए खुद के कर्मचारियों से ही पालिका प्रशासन नालों की सफाई कराएगा।
जेएनएन, बदायूं : मानसून शुरू होने वाला है। शहर को जलभराव से बचाने के लिए इस बार पालिका प्रशासन ने नालों की सफाई के लिए विशेष योजना तैयार की है। टेंडर प्रथा खत्म करते हुए खुद के कर्मचारियों से ही पालिका प्रशासन नालों की सफाई कराएगा। इसके लिए 12 नाला गैंग तैयार किए गए हैं। हर गैंग में 23 सफाई कर्मचारी होंगे तो दो शिफ्टों में काम किया जाएगा। ताकि लंबे अर्से से चोक पड़े नालों को जल्द साफ किया जा सके। नगर पालिका प्रशासन ने इसकी तैयारी कर ली है।
हर साल मानसून शुरू होने से पहले नगर पालिका प्रशासन की ओर से नालों की तलीझाड़ सफाई कराने का दावा किया जाता था। हर साल पालिका प्रशासन के जिम्मेदार अपने चहेतों को टेंडर देकर सफाई के नाम पर औपचारिकताएं पूरी कर बजट पूरा खपा देते थे। नालों की सफाई भी सही से नहीं होती और भुगतान पूरा दे दिया जाता था। इस बार नगर पालिका परिषद के प्रभारी ईओ, सिटी मजिस्ट्रेट अमित कुमार ने नालों की सफाई के लिए इस बार टेंडर प्रक्रिया पर रोक लगा दी। नालों की सफाई अब पालिका में तैनात सफाई कर्मचारियों के साथ-साथ आउटसोर्सिंग पर कर्मचारी लगवाकर की जाएगी। इससे टेंडर प्रक्रिया में होने वाला खेल बचेगा तो नालों की तलीझाड़ सफाई भी हो पाएगी। नालों की सफाई के दौरान सफाई नायकों को वीडियोग्राफी भी करनी होगी ताकि वास्तविक हकीकत सभी को पता चल सके। इसके साथ ही नालों की सफाई की तैयारी करते हुए इस बार 12 नाला गैंग तैयार किए गए हैं। इसमें शामिल सफाई कर्मचारी इसी सप्ताह से नालों का रोस्टर तैयार कर सफाई कार्य शुरू करेंगे।
वर्जन ..
नालों की सफाई टेंडर प्रकिया के तहत नहीं होगी। नाला गैंग नालों से दलदल को बाहर निकालेंगे। इसमें शामिल कर्मचारी दो शिफ्ट में काम करेंगे ताकि मानसून सत्र से पहले ही नाले पूरी तरह से साफ हो सकें।
- अमित कुमार, प्रभारी ईओ, नगर पालिका परिषद